बड़े लोग कहते अलग, करते अलग

दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले की मेरी टिप्पणी याद करें। मैंने कहा था कि निफ्टी 5350 तक जाएगा। न इस, न उस, न किसी भी बाजार के किसी भी शख्स ने ऐसा कहा था। लेकिन हम बराबर ज़ोर देकर कहते रहे कि बाजार जल्दी ही 5350 का लक्ष्य हासिल कर लेगा। और, एकदम महेंद्र सिंह धोनी के अंदाज में बाजार ने दिवाली नहीं तो एक दिन बाद आज ऐसा कर दिखाया। निफ्टी पूरे 2.92 फीसदी की बढ़त लेकर 5353.80 पर बंद हुआ है। बीच में एकदम 5400 के करीब 5399,70 तक जा पहुंचा था।

बाजार सुबह ही ठीकठाक बढ़त लेकर खुले। फिर 12 बजे से थोड़ा पहले मुनाफावसूली का हल्का-सा दौर चला। लेकिन एकदम तात्कालिक था। बाजार करीब 45 मिनट में नीचे में 5322.80 तक चला गया। लेकिन फिर उठा तो उठता ही चला गया। मुझे यकीन है कि सोमवार से तेजी का दौर शुरू हो जाएगा। इसमें मिड कैप स्टॉक्स भी बेधड़क शामिल रहेंगे।

इस समय देशी-विदेशी फंडों के बीच कैश को निवेश करने की मारीमारी मची है। मंदड़िए शॉर्ट में फंसे हैं तो तेजड़ियों ने पूरे दम भर लॉन्ग सौदे कर रखे हैं। रिटेल निवेशकों की भागीदारी नदारद है। ऊपर से विश्वास का संकट। इसने सभी तेजड़ियों के लिए जमकर वार करने के आदर्श हालात बना दिए। इन हालात में चुन-चुनकर अच्छे स्टॉक्स पकड़कर नोट बनाए जा सकते हैं।

मुझे अब मार्च 2012 के अंत में अपना अगला लक्ष्य बढ़ाकर 6000 कर लेने में कोई खटका नहीं नजर आता। जैसा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि केवल भारत को डाउनग्रेड किए जाने की सूरत में ही निफ्टी वापस 4900 तक जा सकता है। ऐसा डाउनग्रेड भी अच्छे स्टॉक्स को सस्ते में खरीदने का मौका पेश कर देगा। जब अमेरिका को डाउनग्रेड किया गया था तो मैंने कहा था कि वहां रैली आएगी। अब डाउ जोन्स 12,200 पर है। वो अपने औसत शिखर 12,500 से कितना दूर है? मात्र 300 अंक…

अगर फंड मैनेजरों को यह सच समझ में आ जाए तो वे भारतीय बाजार में भी खरीदने लग जाएंगे। इस बीच लोग जो कहते हैं, उसके साथ उसे भी समझने की कोशिश करें, जो वे नहीं कहते। राकेश झुनझुनवाला ने एक इंटरव्यू में कहा है – 2011 में सारी कॉल्स सही थीं, लेकिन सारे ट्रेड गलत हो गए। आखिर इसका क्या अर्थ है? इस तरह सभी बड़े लोग और फंड कहते कुछ और हैं, और करते हैं कुछ और।

यह उठ खड़े होकर मौके का फायदा उठाने का वक्त है और शायद यह आपको हमेशा के लिए खुश कर देगा। आपको बस इतना जानने की जरूरत है कि खरीदने के लिए सबसे अच्छे स्टॉक्स कौन-से हैं। इसके लिए आपको या तो अच्छा सलाहकार चाहिए या जमकर रिसर्च करनी चाहिए। आपको एफआईआई के पीछे भागना है या अच्छे सलाहकार का कहा मानना है या खुद मशक्कत करनी है, इसका फैसला आपको करना है। इस वक्त सही फैसला आपकी किस्मत बदल सकता है। अंत में आपको एक बार फिर नए संवत् की मंगलमय शुभकामनाएं।

कुछ भी पाने की पहली शर्त पात्रता है। छात्र जब तैयार होता है तो अध्यापक खुद-ब-खुद हाजिर हो जाते हैं।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)

1 Comment

  1. SIRJI, APKA CALL ACHA THA, MERE CHAKRY KA REPORT PADA WO APNA MAAL KHALI KARKE DUSRO KO TOPI PEHNA RAHE HE, MUJE USKE CALL ME JARA BHI INTEREST NAHI HE, OR DUSRO KO BHI SALAH DENA CHAHU GA, KE DYAN SE KARE TAKI AAP KA PAISA MEHNAT KA HE, NAHI HARAM KA. ISSILIYE MEYAHA KAHU GA KI JO BHI LE ACHA SHARE LE, JESE TISCO.JWS STEEL,RIL.ABAN OFFSHORE, SUZLON. OR SINTEX.

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