कागा चुन-चुन देखियो मोतियां

बहुत ही मरा-मरा सा दिन रहा आज का। इधर या उधर, किसी भी तरफ कोई खास हलचल नहीं दिखी। निफ्टी के 6150 पहुंचते ही तेजड़ियों ने बाजार की कमान अपने हाथ में ले ली और मंदड़िये 6130 अंक का इंतजार ही करते रह गए। आकिर में वे भी तेजड़िये के पाले में जा गिरे क्योंकि निफ्टी नवंबर फ्यूचर्स बंद हुआ है 6155 के स्तर पर, जो अपने-आप में तेजी का संकेत है। हमारी स्ट्रीट कॉल टीम को अंदेशा था कि मौद्रिक नीति में ब्याज दर बढ़ाने का मसला बिकवाली शुरू करवा सकता है। यह अंदेशा कल पुट ऑप्शंस में हुए भारी वोल्यूम पर आधारित था। इसलिए उन्हें बिक्री की कॉल नहीं दी।

यह अच्छी बात है कि बाजार में गुबार थमने का काम कुछ हद तक हो गया। लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को हुए शॉर्ट सौदे अब भी ज्यों के त्यों खड़े हैं। इनकी कवरिंग तभी होगी जब निफ्टी 6210 के ऊपर पहुंच जाएगा। एफआईआई ने कल बाजार से करीब 700 करोड़ रुपए के स्टॉक्स खरीदे थे और कल की तेजी में यह बात नजर भी आई। आज लगता है कि उनकी फुरसत का दिन था। शायद इसीलिए निफ्टी में वोल्यूम एकदम फ्लैट या चौरस रहा।

काफी संभावना इस बात की है कि निफ्टी कल 6180 पर खुले और अगर ऐसा होता है तो कल से शुरू हो रहे दीपावली के पहले दिन से फिर पीछे मुड़कर देखने का सवाल ही नहीं उठेगा। रीयल्टी सेक्टर के स्टॉक्स को बड़े स्तर पर जमा किया जा चुका है। अब इसमें भारी वोल्यूम का धमाका हो सकता है। बढ़ते दामों के चलते सीमेंट सेक्टर पहले ही टॉप गेयर में जाने को तैयार बैठा है। जैसा कि हमने कल भी बताया था कि ऑटो सेक्टर को डाउनग्रेड किए जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस समय तो चुन-चुन कर निवेश करने में ही फायदा है।

आपकी रणनीति कितनी भी अच्छी हो, आपको हासिल नतीजों पर बराबर नजर डालते रहना चाहिए।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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