शुक्रवार दोपहर तक आएगा फैसला, केरल-तमिलनाडु में रिकॉर्ड मतदान

तेरह की तारीख सत्ताधारी यूपीए गठबंधन के लिए कितनी शुभ होगी या अशुभ, इसका फैसला शुक्रवार को दोपहर तक हो जाएगा। चुनाव आयोग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में अभी-अभी सम्पन्न विधानसभा चुनावों की मतगणना 13 मई को होगी और उस दिन दोपहर तक परिणाम आ जाने की उम्मीद है। वैसे, दो खास बातें इन चुनावों में गौर करने लायक रही हैं। एक यह कि इस बार पश्चिम बंगाल व तमिलनाडु ने मतदान का सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दूसरा यह कि इस बार केरल, पुडुचेरी व पश्चिम बंगाल में महिलाओं ने पुरुषों ने ज्यादा वोट डाले हैं।

चुनाव आयोग ने इन राज्यों में मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली हैं। कुल 839 मतगणना हॉलों में सुबह आठ बजे से मतों की गिनती का काम शुरू होगा। मतगणना के काम में करीब 44,000 कर्मियों को तैनात किया जाएगा और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 177 कंपनियां सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगी।

बुधवार को राजधानी दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह पूछे जाने पर कि पहला परिणाम कब तक आ जायेगा, मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने कहा – दोपहर के भोजन के पहले तक। उन्होंने बताया कि मतगणना के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और मतगणना की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि असम में 48 स्थानों पर कुल 142 मतगणना हॉल बनाए गए हैं जहां साढे छह हजार चुनावकर्मी 126 सदस्यीय राज्य विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान की गिनती का काम करेंगे । इसी तरह केरल में 64 स्थानों पर 140 मतगणना हॉलों में, तमिलनाडु में 91 स्थानों पर 234 हॉलों में और पश्चिम बंगाल में 87 स्थानों पर 312 हॉलों में मतगणना का काम होगा।

तमिलनाडु में करीब 17,000 और पश्चिम बंगाल में करीब 20,0000 कर्मचारी इसमें हिस्सा लेंगे। मतगणना के काम को निष्पक्ष ढंग से बिना किसी बाधा के संपन्न कराने के इरादे से चुनाव आयोग ने तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में हर निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक-एक पर्यवेक्षक तैनात करने का निर्णय किया है। इसके अलावा आयोग ने 140 सदस्यीय केरल विधानसभा के लिए 81 और 126 सदस्यीय असम विधानसभा चुनाव की मतगणना के लिए 80 पर्यवेक्षक तैनात किए हैं, जबकि 30 सदस्यीय पुडुचेरी विधानसभा के लिए 12 पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं।

एक बात और गौर करने की है कि तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में इस बार अब तक का सर्वाधिक मतदान हुआ। मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने बताया कि 234 सदस्यीय तमिलनाडु विधानसभा के चुनाव के लिए इस बार 78.80 फीसदी और 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए 84.46 फीसदी मतदान हुआ जो इतिहास में इन राज्यों में अब तक का सर्वाधिक मतदान है।

उन्होंने बताया कि तमिलनाडु में 2006 में हुए विधानसभा चुनाव के मुकाबले वहां इस बार 11.26 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 3.04 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ। असम, केरल और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव में भी लोगों ने मतदान में बढ-चढकर हिस्सा लिया। केरल में 75.12 फीसदी मतदान हुआ और यह पिछले बार के चुनाव के मुकाबले 3.79 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह असम में 76 फीसदी और पुडुचेरी में 85 .57 फीसदी मतदान हुआ जो इन राज्यों में 2006 में हुए चुनाव के मुकाबले क्रमशः 0.36 फीसदी औेर 0.13 फीसदी ज्यादा है। केरल, पुडुचेरी और पश्चिम बंगाल में महिलाएं पुरूषों के मुकाबले ज्यादा संख्या में वोट डालने आईं।

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