सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर) 10 मई से 12 मई तक खुला रहेगा। इसके तहत कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी पांच फीसदी घटाई जाएगी और 15 फीसदी नए शेयर जारी किए जाएंगे। कंपनी कुल लगभग 23 करोड़ शेयर जारी करेगी।
इस खबर के आने के बाद मंगलवार को दोपहर पीएफसी के शेयर 3.7 फीसदी बढ़कर 231.70 रुपए पर पहुंच गए थे। हालांकि बंद हुए हैं 1.94 फीसदी बढ़कर 228.30 रुपए पर।
कंपनी के कल, सोमवार को अपने सालाना नतीजे घोषित किए हैं। उसने वित्त वर्ष 2010-11 में 10,128.49 करोड़ रुपए की आय पर 2618.79 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हासिल किया है और उसका ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 22.82 रुपए है। इस तरह उसका शेयर अभी मात्र 10 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। वैसे, एफपीओ में दाम इससे थोड़ा कम ही रहने की उम्मीद है।
पावर फाइनेंस के एफपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर गोल्डमैन सैक्श, बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच, जे एम फाइनेंशियल और आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज हैं। बता दें कि इस साल ओएनजीसी, इंडियन ऑयल और स्टील अथॉरिटी (सेल) के भी एफपीओ आने हैं। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से कुल 40,000 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है।