2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में रिश्वत की रकम की लेन-देन में कम से कम छह देश शामिल हैं। इस सिसलिसे में 31 कंपनियां जांच के घेरे में हैं, जिनमें से 26 कंपनियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई अपनी स्टेटस रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। यह रिपोर्ट मामले की जांच कर रही जस्टिस जी एस सिंघवी व ए के गांगुली की खंडपीठ को सौंपी गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2जी घोटाले में हवाला का इस्तेमाल हुआ। हवाला के जरिए विदेशी बैंकों में पैसा जमा किया गया और इसके लिए मॉरीशस रूट का इस्तेमाल हुआ। ईडी के वकील के के वेणुगोपाल ने कोर्ट को बताया कि सिंगापुर, साइप्रस, जर्सी और वर्जिन आईलैंड समेत छह देशों को लेटर रोगेटरी भेजा गया है।
उनका कहना था कि पूर्व संचार मंत्री ए राजा ने लाइसेंस जारी होने के बाद कई टेलीकॉम कंपनियों से रिश्वत ली थी। बता दें कि डीएमके नेता ए राजा ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में करोड़ों रूपए का घोटाला किया। कैग की रिपोर्ट के मुताबिक इस घोटाले के देश को 1.76 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। राजा फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। अब संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) भी इस घोटाले की जांच में लग गई है।