ब्रिटेन के कम से कम पांच विश्वविद्यालयों ने लीबिया के साथ किए गए करीब 40 लाख पाउंड के करार से हाथ खींच लिया है। हालांकि आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन के लगभग सारे विश्वविद्यालयों में लीबिया के राष्ट्रपति मुअम्मर गद्दाफी के पैसे लगे हैं।
मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन, टेसाइड, लीवरपूल जॉन मूर्स और एडिनबर्ग स्थित ग्लैमोरगन एण्ड क्वीन मागरेट विश्वविद्यालय ने घोषणा की है कि उन्होंने लीबिया के शासकों के साथ वहां हो रहे संघर्ष के मद्देनजर 300 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए पैसे लिए थे।
‘द संडे टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के मुताबिक 40 लाख पाउंड की कीमत की यह डील ट्रेनिंग गेटवे नामक कंपनी ने की थी। यह कंपनी ब्रिटिश विश्वविद्यालयों की ओर से दुनिया में उन्हें प्रोमोट करने के लिए बनाई गई है। ग्लैमोरगन विश्वविद्यालय के प्रवक्ता का कहना है, ‘‘लीबिया की स्थिति को देखते हुए हम वहां कोई काम नहीं करेंगे।’’