भारत के 55 अरबपति (डॉलर में) विश्व प्रसिद्ध पत्रिका फोर्ब्स द्वारा जारी दुनिया के सबसे अमीरों की ताजा सूची में शामिल हो गए हैं। भारत में सबसे आखिरी पायदान पर एक अरब डॉलर की बराबर संपत्ति के साथ चार लोग हैं – रमेश चंद्रा (रीयल एस्टेट), अनु आगा (इंजीनियरिंग), आश्विन दानी (पेंट), हरिंदर पाल बग्गा (जिंस) और मोफतराज मुनोत (रीयल एस्टेट)। ये चारों दुनिया के अमीरतम लोगों में 1040वें नंबर पर हैं। इस बार सबसे अमीर भारतीयों में लक्ष्मी निवास मित्तल ने मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया। मुकेश अंबानी पिछले तीन सालों से सबसे अमीर भारतीय बने हुए थे।
दुनिया की बात करें तो फोर्ब्स की 2011 की सूची में मैक्सिको के व्यवसायी कार्लोस स्लिम हेलू अब भी सबसे ऊपर है। उसके बाद माइक्रोसॉफ्ट के मालिक-मुख्तार बिल गेट्स है। तीसरे नंबर पर निवेश के जानेमाने उस्ताद वारेन बफेट हैं, जबकि चौथे नंबर पर विलासिता के सामान बनानेवाले उद्यमीव फ्रांसीसी कंपनी लुई व्यूटन मोएट हेनेसी (एलपीएमएच) के चेयरमैन बर्नाड अर्नाट हैं। अर्नाट 41 अरब डॉलर की पूंजी के साथ यूरोप के सबसे बड़े रईस हैं।
फोर्ब्स की 2011 की सूची में ओरैकल के प्रमुख लैरी एलिसन पांचवे स्थान पर हैं, जबकि प्रवासी भारतीय उद्यमी और इस्पात की दुनिया के बेताज बादशाह लक्ष्मी निवास मित्तल (संपत्ति – 31.1 अरब डॉलर) को इस सूची में छठें स्थान पर रखा गया है। रिलायंस समूह के मुखिया मुकेश अंबानी (संपत्ति – 27 अरब डॉलर) उनसे नीचे नौवें स्थान पर हैं। अनिल अंबानी 8.8 अरब डॉलर की दौलत के साथ दुनिया के रईसों में 103वें नंबर पर हैं। वैसे, 103वें नंबर पर ही 8.8 अरब डॉलर की दौलत के साथ भारत के पालोनजी मिस्त्री भी विराजमान हैं।
दुनिया के सबसे अमीर शख्स और मैक्सिको के दूरसंचार क्षेत्र के उद्यमी कालरेस स्लिम हेलू की संपत्ति पिछले साल 20.4 अरब डॉलर बढ कर 53.5 अरब डॉलर से 73.9 अरब डॉलर हो गई। बिल गेट्स की संपत्ति 56 अरब डॉलर और वारेन बफेट की संपत्ति 50 अरब डॉलर की है।
इस साल दुनिया भर में अरबपतियों की संख्या 1011 से बढ़कर 1210 हो गई जिसमें एक तिहाई अमेरिका के हैं। पहली बार एशिया प्रशांत महासागरीय देशों में एक अरब डॉलर या उससे अधिक की हैसियत रखनेवाले रईसों की संख्या यूरोप में ऐसे लोगों की संख्या से ऊपर निकल गई है।