पीनेवालों को पीने का बहाना चाहिए। इसी तरह सौदागरो को शेयर बाज़ार में मुनाफा काटने के ट्रिगर चाहिए। बिहार के चुनावों का हमारे शेयर बाज़ार के कोई लेना-देना नहीं। लेकिन इसमें एनडीए की बम्पर जीत के माहौल में बहुतेरे सौदागर 14 नवंबर को दोपहर होते-होते मुनाफा काटकर निकल गए। कुछ ऑपरेटर आगे का माहौल बनाने के लिए बाज़ार बंद होने से ठीक पहले 3 से 3.10 बजे तक 10 मिनट में ही निफ्टी-50 को 0.70% चढ़ा ले गए। ये सभी ट्रेडर किस्म के लोग हैं और बाज़ार की लहरों पर सर्फिंग के उस्ताद हैं। लम्बे समय के निवेशकों को इस सर्फिंग और ट्रिगर के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। उऩ्हें शांत भाव से बाज़ार की मध्यम चाल और मजबूत कंपनियों की शिनाख्त में लगे रहना चाहिए। ‘अर्थकाम’ अपने 15 साल के इतिहास में इसी सोच और रणनीति पर चलता रहा है। मसलन, हमने करीब चार साल पहले 5 सितंबर 2021 को इसी कॉलम में शारदा क्रापकेम की शिनाख्त की थी। तब उसका शेयर ₹305 की रेंज में चल रहा था। आज वही शेयर जब ₹1180 तक उठने के बाद 34% से ज्यादा गिरकर ₹775 की रेंज में चल रहा है, तब दिग्गज एक्सपर्ट उसे ₹892 तक खरीदने की महंगी सलाह दे रहे हैं। अब तथास्तु में आज की कंपनी…
यह कॉलम सब्सक्राइब करनेवाले पाठकों के लिए है.
'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
इस कॉलम को पूरा पढ़ने के लिए आपको यह सेवा सब्सक्राइब करनी होगी। सब्सक्राइब करने से पहले शर्तें और प्लान व भुगतान के तरीके पढ़ लें। या, सीधे यहां जाइए।
अगर आप मौजूदा सब्सक्राइबर हैं तो यहां लॉगिन करें...
