अमेरिका में आबादी के लिहाज 12वें सबसे बड़े शहर सैन फ्रांसिस्को में सोमवार (15 नवंबर) से तीन दिन का वेब 2.0 सम्मेलन शुरू हो रहा है जिसमें इंटरनेट उद्योग के दर्जनों महारथी शिरकत करेंगे। लेकिन इसमें सबसे खास हैं फेसबुक के चीफ एग्जीक्यूटिव मार्क ज़ुकरबर्ग और गूगल के प्रमुख एरिक श्मिड। माना जा रहा है कि इन दो महारथियों की टक्कर इस सम्मेलन के मंच पर नया गुल खिला सकती है क्योंकि दोनों ही नई पीढ़ी की वेब सेवाओं पर एक-दूसरे को पछाड़नेवाली पेशकश कर सकते हैं।
इधर फेसबुक और गूगल में टकराव गहराता जा रहा है। अब इसके और सघन हो जाने के आसार हैं क्योंकि माना जा रहा है कि फेसबुक संदेश भेजने की तकनीक का ऐसा नया वर्जन पेश करने जा रहा है जिससे गूगल के जीमेल का साम्राज्य खतरे में पड़ सकता है। इस तरह की भी उड़ती-उड़ती खबरें आ रही हैं कि एओएल (पुराना नाम अमेरिका ऑनलाइन) और रुपर्ट मरडोक के न्यूज कॉर्प के साथ मिलकर कुछ प्राइवेट इक्विटी फर्में याहू का अधिग्रहण कर सकती हैं। याहू की सीईओ कैरोल बार्ट्ज सम्मेलन में मंगलवार को बोलनेवाली हैं।
साथ ही निवेशकों की निगाहें ट्विटर, लिंक्डइन व ज़िन्गा के प्रतिनिधियों पर होगी, जिनके आईपीओ (शुरुआती पब्लिक ऑफर) के बारे में कयास अभी से तेज हो गए हैं। लेकिन सबसे ज्यादा दिलचस्पी के केंद्र में हैं ज़ुकरबर्ग और श्मिड क्योंकि उनके बीच वेब ग्राहकों को पकड़ने, विज्ञापन की कमाई और सिलकॉन वैली की प्रतिभाओं को खींचने की होड़ चरम पर पहुंचती जा रही है। निवेशकों को इंतजार है कि गूगल सोशल नेटवर्किंग की क्या रणनीति पेश करने जा रहा है। बता दें कि गूगल ने हाल ही में कई छोटी सोशल नेटवर्किंग कंपनियों का अधिग्रहण किया है और श्मिड कह चुके हैं कि गूगल के मौजूदा उत्पादों में सोशल ‘लेयर्स’ जोड़ी जाएंगी।
इस समय गूगल का इंटरनेट सर्च इंजिन और फेसबुक की सोशल नेटवर्किंग सेवा अरबों डॉलर का बिजनेस बन चुकी है। उनके करोड़ों यूजर हैं। इसलिए टकराव स्वाभाविक है। ताजा टकराव ईमेल सेवाओं को लेकर हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले जानकारी दी है कि फेसबुक सोमवार 15 नवंबर से अपनी संदेश सेवा में व्यापक बदलाव शुरू करने जा रहा है। ब्लॉग टेकक्रंच का तो यहां तक कहना है कि फेसबुक पूरा वेब ईमेल प्रोडक्ट शुरू करने जा रहा है जिसमें ग्राहकों का ईमेल पता होगा @facebook.com और उसने इसे जीमेल का सफाया करनेवाला घोषित कर दिया है। हालांकि फेसबुक के प्रवक्ता ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
नोट करने की बात यह है कि पिछले हफ्ते से गूगल ने फेसबुक पर यूजर की उस सुविधा को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है जिसमें जीमेल का कॉन्टैक्ट डाटा सीधे इम्पोर्ट किया जा सकता है। गूगल ने फेसबुक पर आरोप लगाया कि फेसबुक एक तरफ उससे सारा डाटा खींच ले रहा है, लेकिन दूसरी तरह वो फेसबुक के ग्राहकों की सूचना के ऑटोमेटिक इम्पोर्ट व एक्सपोर्ट को बाधित कर रहा है। दोनों महारथियों के बीच सिलिकॉन वैली से प्रतिभाओं को खींचने की होड़ भी मची है। बीते हफ्ते गूगल ने अपने कर्मचारियों का वेतन 10 फीसदी बढ़ाने की योजना का एलान किया है क्योंकि उसे डर है कि उसके इंजीनियर व मैनेजर बड़े पैमाने पर फेसबुक में जा सकते हैं।
हालांकि शुक्रवार को ही फेसबुक के स्टार इंजीनियर पॉल बुचहाइट ने उसे छोड़कर टेक्नोलॉजी स्टार्ट-अप फर्म वाई कॉम्बिनेटर को ज्वॉइन करने की घोषणा की है। बता दें कि बुचहाइट 1999 से 2006 तक गूगल में थे और जीमेल बनाने का श्रेय उन्हीं को जाता है। लेकिन उनका कहना है कि फेसबुक की नई ईमेल सेवा से उनका कोई वास्ता नहीं रहा है। फेसबुक ने अपनी नई ईमेल सेवा पर इस साल फरवरी से काम करना शुरू किया है।