देश के ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट का सक्रिय इस्तेमाल करनेवालों की संख्या चालू वर्ष 2010 के अंत तक 54 लाख हो जाएगी। यह 2009 के सक्रिय इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 42 लाख से 28.6 फीसदी अधिक होगी। यह अनुमान है इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) और मार्केट रिसर्च फर्म, आईएमआरबी की संयुक्त अध्ययन रिपोर्ट का। रिपोर्ट से पता चला है कि इस समय गांवों के 16 फीसदी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल ऑनलाइन समाचार पढ़ने के लिए कर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार भारत के ग्रामीण इलाकों में साल 2008 में कुल इंटरनेट उपभोक्ता 55 लाख थे, जिनमें से 33 लाख सक्रिय थे। 2009 में यह संख्या क्रमशः 65 लाख व 42 लाख हो गई। इस साल अनुमान है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कुल इंटरनेट ग्राहक 77 लाख होंगे, जिनमें से सक्रिय ग्राहकों की संख्या 54 लाख रहेगी। इस तरह 2008 से तुलना करें तो हमारे ग्रामीण इलाकों में इस साल के अंत तक सक्रिय इंटरनेट ग्राहकों की संख्या में 63.64 फीसदी का इजाफा हो जाएगा।
अध्ययन रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि गांवों में 85 फीसदी उपभोक्ता इंटरनेट का इस्तेमाल ई-मेल देखने के लिए करते हैं। 67 फीसदी लोग इससे म्यूजिक या वीडियो डाउनलोड करते हैं। 48 फीसदी लोग इसका इस्तेमाल शिक्षा संबंधी रिसर्च और 42 फीसदी सामान्य सूचनाएं खोजने के लिए करते हैं। चौंकानेवाली बात यह है कि गांवों के 16 फीसदी लोग इंटरनेट का उपयोग ऑनलाइन समाचार पढ़ने के लिए कर रहे हैं। 16 फीसदी ही लोग इंटरनेट से रेलवे के टिकट भी बुक कराते हैं।