जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर ने अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस इंफ्राटेल के साथ दूरसंचार टावर कारोबार के विलय सौदे को रद्द कर दिया है। कंपनी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को सोमवार को सूचना दी कि दोनों पक्षों के बीच गैर-बाध्यकारी समझौता 27 जून 2010 को हुआ था और यह 31 अगस्त 2010 को समाप्त हो गया।
कंपनी ने कहा है कि तमाम प्रयासों के बावजूद दोनों कंपनियों ने न तो इस समझौते को आगे बढ़ाया और न ही कोई नया समझौता किया। परिणामस्वरूप विलय की प्रक्रिया पूरी नहीं होगी। गौरतलब है कि 27 जून को जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर, आर काम और इसकी सहयोगी कंपनी रिलायंस इंफ्राटेल लिमिटेड के निदेशक बोर्ड ने दुनिया की सबसे बड़ी दूरसंचार इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के गठन के लिए 50,000 करोड़ रुपए (करीब 1100 करोड़ डॉलर) के विलय सौदे को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।
इस घोषणा के बाद जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर भाव शुरु में बीएसई में 6.72 फीसदी तक घटकर 42.35 रुपए प्रति शेयर पर आ गया जबकि रिलायंस कम्युनिकेशंस का शेयर 1.07 फीसदी घटकर 161.65 रुपये पर आ गया। लेकिन शाम को जीटीएल इंफ्रा 0.88 फीसदी बढ़कर 45.60 रुपए और रिलायंस कम्युनिकेशंस 0.31 फीसदी घटकर 162.90 रुपए पर बंद हुए।