रिजर्व बैंक से उधार लेना 0.25 फीसदी महंगा होने के एक दिन बाद ही बैंकों में लोगों से ज्यादा डिपॉजिट खींचने की होड़ शुरू हो गई है। पहल की है निजी क्षेत्र के दो बैंकों ने। एचडीएफसी बैंक ने 30 जुलाई से अलग-अलग अवधि की एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) पर ब्याज की दर 0.25 फीसदी से लेकर 0.75 फीसदी तक बढ़ा दी हैं। वहीं दक्षिण भारत में सक्रिय अपेक्षाकृत छोटे, पर तेजी से उभरते लक्ष्मी विलास बैंक ने 2 अगस्त से एफडी पर ब्याज दर 0.25 फीसदी से 0.50 फीसदी तक बढ़ाने का एलान किया है।
असल में इस समय सिस्टम में अतिरिक्त तरलता लगभग सूख गई है और बैंकों को हर दिन रोज-ब-रोज की जरूरतों के लिए रिजर्व बैंक से हजारों करोड़ रुपए रेपो दर (5.75 फीसदी ब्याज) पर उधार लेने पड़ रहे हैं। हालांकि आज बुधवार को यह रकम 2255 करोड़ रुपए ही रही है। लेकिन इस हफ्ते सोमवार को यह 41,100 करोड़ और मंगलवार को 42,465 करोड़ रुपए रही है। इधर बैंकों की कुल जमाराशि भी घट रही है। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक जुलाई के पहले पखवाड़े में बैंकों की कुल जमाराशि में 40,867.63 करोड़ रुपए की भारी कमी आई है। 2 जुलाई को यह 46,32,703.21 करोड़ रुपए थी, लेकिन 16 जुलाई को यह 45,91,835.58 करोड़ रुपए रह गई।
यह स्थिति वाकई बैंकों की चिंता बढ़ा सकती है क्योंकि उनके धन का असली स्रोत तो लोगों से एफडी या कासा (बचत व चालू खाते) में मिलनेवाली जमा ही है। रिजर्व बैंक से चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) तो तात्कालिक जरूरत को पूरा करने के वास्ते एक या तीन दिन के लिए होती है। लोगों से अधिक जमा खींचने की दिशा में पहल करते हुए निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने 91 दिनों से 180 दिन की एफडी पर ब्याज की दर 4.50 फीसदी से 0.75 फीसदी बढ़ाकर 5.25 फीसदी कर दी है। इसी तरह उसने 9 महीने 17 दिन से एक साल तक की एफडी पर ब्याज की दर 5.75 फीसदी से 0.50 फीसदी बढ़ाकर 6.25 फीसदी और एक साल 16 दिन की एफडी पर ब्याज की दर 6.50 फीसदी से 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.75 फीसदी कर दी है।
एचडीएफसी बैंक के कार्यकारी निदेशक परेश सुकथनकर ने समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट को यह जानकारी दी। उनका कहना है कि आनेवाले दिनों में कर्ज प्रवाह में ज्यादा बढ़त होने की उम्मीद है। इसलिए बैंकों के सामने फंड की थोड़ी-बहुत कमी तो रहनी ही है। अर्थव्यवस्था के विकास का अनुमान रिजर्व बैंक ने अब 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.5 फीसदी कर दिया है तो कर्ज की मांग का बढ़ना लाजिमी है। कर्ज पर ब्याज के बारे में उनका कहना था कि इसमें अभी नहीं, लेकिन कुछ हफ्तों के बाद वृद्धि की जा सकती है।
इसी तरह दक्षिण भारत के प्रमुख बैंक लक्ष्मी विलास बैंक ने 2 अगस्त से 181 दिनों से लेकर दो साल तक की एफडी पर ज्यादा ब्याज देने का फैसला किया है। बैंक 181 दिन से 270 दिन की जमा पर अब 5.75 फीसदी की जगह 6.25 फीसदी ब्याज देगा। 271 दिनों से लेकर 364 दिनों की एफडी पर उसने ब्याज की दर 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.25 फीसदी से 6.50 फीसदी कर दी है। इसी तरह एक साल से दो साल तक की जमा पर ब्याज की दर 7.25 फीसदी से बढ़ाकर 7.50 फीसदी कर दी गई है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह ब्याज दर 8.25 फीसदी रहेगी।