भारत बंद की व्यापक सफलता के बीच सरकार के आला अधिकारी मुद्रास्फीति पर जल्द ही काबू पा लेने का दावा कर रहे हैं। पहले योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोटेंक सिंह आहलूवालिया ने ऐसी बात कही। उसके बाद वित्त सचिव अशोक चावला ने कहा कि खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति कुछ महीनों के भीतर 5-6 फीसदी के स्वीकार्य स्तर पर आ जाएगी।
अशोक चावला ने सोंमवार को राजधानी में राज्य राजमार्गों पर आयोजित एक सम्मेलन के दौरान अलग से पत्रकारों से बातचीत में कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति नीचे आ रही है। इसमें थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन यह वाकई उस स्तर पर आ जाएगी जो सरकार को स्वीकार्य है और जो अवाम के लिए अच्छा है। जब उनसे पूछा गया है कि यह स्तर क्या है तो उनका कहना था 5-6 फीसदी। उन्होंने कहा कि वे रिजर्व बैंक के इस अनुमान से सहमत है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक मुद्रास्फीति की दर 5.5 फीसदी पर आ जाएगी।
बता दें कि 19 जून को खत्म सप्ताह में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति तेजी से घटकर 12.92 फीसदी पर आ गई है, जबकि 12 जून को खत्म सप्ताह में यह 16.90 फीसदी थी। वैसे, जानकारों का कहना है कि रबी की फसल के आने और अच्छे मानसून के बाद कृषि जिंसों के दाम का गिरना लगभग तय है।