दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक का कोई इरादा अभी शुरुआती पब्लिक ऑफर (आईपीओ) लाने का नहीं है। फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क ज्यूकेरबर्ग ने अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के समुद्र तटीय शहर पालोस वर्डेस में समाचार एजेंसी रायटर्स से गुरुवार को एक इंटरव्यू में यह बात कही। ज्यूकेरबर्ग से जब पूछा गया कि क्या कंपनी के पब्लिक हो जाने के बाद वे उसके सीईओ बने रहेंगे तो उनका कहना था कि वे पब्लिक होने के बारे में ज्यादा कुछ नहीं सोचते। उनका कहना था कि कंपनी के संभावित आईपीओ के बारे में कोई तारीख उनके दिमाग में नहीं है।
ज्यूकेरबर्ग की उम्र अभी केवल 26 साल है। उन्होंने 2004 में फेसबुक की स्थापना की थी जो छह सालों के भीतर ही दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट सेवा देनेवाली कंपनियों में शुमार हो गई है। यह याहू से लेकर गूगल तक को चुनौती देने की स्थिति में आ गई है। इसलिए अमेरिका के बहुत सारे निवेशक इसमें शेयरधारिता पाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ज्यूकेरबर्ग ने यह भी बताया कि इस समय दुनिया की दो लाख से ज्यादा वेबसाइट फेसबुक का सोशल प्लग-इन इस्तेमाल कर रही हैं।
अभी फेसबुक में पैसा लगानेवाली प्रमुख कंपनियों व लोगों में डिजिटल स्काई टेक्नोलॉजीज, माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन, हांगकांग के नामी उद्योगपति लि का शिंग और एक्सेल पार्टनर्स, ग्रेलॉक पार्टनर्स व मेरिटेक कैपिटल पार्टनर्स जैसी वेंचर कैपिटल फर्में शामिल हैं। फेसबुक अपने वित्तीय आंकड़े घोषित नहीं करती। लेकिन जानकारों का अनुमान है कि उसकी आय 2009 में 50 करोड़ डॉलर से 65 करोड़ डॉलर के बीच रही है।