नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को अमेरिका के ‘नेशनल मेडल ऑफ आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक भव्य समारोह में दिया। मालूम हो कि अमर्त्य सेन को 1998 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिल चुका है और वे इस समय अमेरिका की ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र व दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर हैं।
ओबामा ने 78 वर्षीय अमर्त्य सेन को वर्ष 2011 का यह पुरस्कार देने से पहले उनकी तरफ इशारा करते हुए कहा, “हमारे पास अर्थशास्त्री भी हैं जो हमेशा सामने नहीं आते हैं।” इस अवसर पर अमेरिकी राष्ट्रपति के सैन्य सहायक ने प्रशस्ति पत्र पढ़ा। इस पर लिखा था, “अमर्त्य सेन को गरीबी, अकाल व अन्याय के संबंध में दूरदृष्टि के लिए ‘नेशनल मेडल ऑफ आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज’ पुरस्कार दिया जाता है। नीति संबंधी सवालों पर दार्शनिक विचारों को लागू कर उन्होंने जीवनयापन के स्तर को मापने के तरीकों को बदल दिया और भूख के खिलाफ संघर्ष में हमारी समझ को बढ़ाया है।”
गौरतलब है कि वर्ष 2011 के लिए यह पुरस्कार अमर्त्य सेन के साथ ही विल बर्नेट, रीटा डोव, एल पसीनो, ऐमिली राउ पुलित्जर, मार्टिन पुरियर, मैल तिलिस, यूनाइटेड सर्विस ऑर्गेनाइजेशन और आंद्रे वॉट्स को भी दिया गया है। इस अवसर पर ओबामा ने कहा, “आप में से हर किसी ने यहां तक पहुंचने के लिए एक लंबा रास्ता तय किया है। हमारे साथ कलाकार, कवि, लेखक, गायक, दार्शनिक, शिल्पकार, कला संरक्षक, संगीतकार और इतिहासकार हैं। यहां तक कि हमारे बीच एक अर्थशास्त्री भी हैं जो अमूमन हमारे साथ मंच पर नहीं होते।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “लेकिन जो चीज हम सभी को एक-दूसरे से जोड़ती है, वह यह है कि आप संभावनाओं में विचरते हैं। आप लोगों ने हम सभी के लिए नई संभावनाओं की खोज की है। और, यही बात आप में विशेष है। और, यही आपको एक विलक्षण कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपती है क्योंकि शांति के क्षणों, संकट के लम्हों, जीत की खुशी और त्रासदी के आंसुओं के बीच, आप लोग इंसान की हैसियत से हमें हमारे विकास की राह दिखाते हो।”