प्रवासी भारतीय उद्यमी और इस्पात जगत के बेताज बादशाह लक्ष्मी मित्तल के खिलाफ उनके एक पुराने व्यवसायी दोस्त ने उसकी लाखों डॉलर की फीस मारने आरोप में अदालत में दावा किया है।
ब्रिटेन के अखबार गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार चावल व्यापारी मोनी वर्मा ने दावा किया है कि उसने मित्तल को नाइजीरिया के एक पूर्व राष्ट्रपति से तेल का सौदा कराने में मदद दी थी। इसके बदलने मित्तल ने लाखों डॉलर की फीस देने का वादा किया था, पर उसे नहीं निभाया।
वर्मा का दावा है कि उन्होंने 2006 में मित्तल को नाइजर नदी के डेल्टा क्षेत्र में दो तेल खान परियोजनाओं का ठेका दिलाने में मदद की थी। इसके लिए उन्होंने नाइजीरिया के तत्कालीन राष्ट्रपति आलुसेगुन ओबसांजो के साथ मित्तल की बैठक करायी थी। रिपोर्ट के मुताबिक मित्तल ने इस आरोप को खारिज किया है और कहा है कि वह अदालत में इसका जोरदार जवाब देंगे।