उड़ीसा में लगभग 52,000 करोड़ रुपए की लागत वाली पॉस्को स्टील परियोजना के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है। गांव वालों ने अपना विरोध मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने के बाद वापस ले लिया है।
अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (पारादीप) सरोजकांत चौधरी ने बताया, ‘‘दो दिन के अंतराल के बाद, कल शुरू हुई भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया, पोलंगा, बायानाला और नोलियासाही गांव के लोगों के सहयोग से तेजी पकड़ रही है।’’ उन्होंने बताया कि अब तक इस अभियान का किसी ने विरोध नहीं किया है और मुआवजे के तौर पर लोगों को 51 लाख रुपए से भी ज्यादा की राशि दी जा चुकी है ।
इससे पहले कल, सोमवार को यूनाइटेड एक्शन कमिटी (यूएसी) के सदस्यों ने वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत करने के बाद प्रशासन का सहयोग करने का फैसला किया था। यूएसी के अध्यक्ष अनादि राउत ने कहा, ‘‘सरकार ने हमारी मांगों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, इसलिए हम भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में सरकार का पूरा सहयोग कर रहे हैं। हम पॉस्को परियोजना के खिलाफ नहीं हैं।’’