अगर आप सोने का डीमैट कारोबार करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास ज्यादा रकम नहीं है तो मायूस न हों। अब छोटे निवेशकों का ध्यान रखते हुए 1, 2 और 3 ग्राम सोने का डीमैट कारोबार भी शुरू हो गया है। फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड और नैफेड द्वारा प्रवर्तित नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) ने इसकी शुरुआत की है।
दरअसल कीमत अधिक होने के कारण छोटे निवेशक सोने को अपने पोर्टफोलियो में शामिल नहीं कर पाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एनएसईएल ने यह डीमैट रूप तैयार किया है। ग्लोब कैपिटल, रेलिगेयर, कार्वी, गोल्डमाइन, आईएल एंड एफएस, मोनार्क कैपिटल, एसएमसी और एसएसडी सिक्यूरिटीज को एक्सचेंज ने डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) नियुक्त किया है। निवेशक डीपी के पास डीमैट खाता खोल सकते हैं।
नेशनल स्पॉट एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक व सीईओ अंजनी सिन्हा ने बताया कि हमारे सर्वेक्षण के अनुसार देश में करीब 25 करोड़ लोगों के पास सोना-चांदी है। ये लोग सोने की ट्रेडिंग करना चाहते हैं लेकिन पैसों की कमी के कारण ऐसा नहीं कर पाते हैं। ट्रेडिंग के इच्छुक ऐसे ही लोगों को इस बाजार से जोड़ने के लिए यह कारोबार शुरू किया गया है।
सिन्हा ने बताया कि एनएसडीएल और सीडीएसएल में करीब 1.65 करोड़ डीमैट खाते हैं। ज्यादातर निवेशक अपने डीमैट खाते में ही शेयर या म्युचुअल फंडों की यूनिट खरीदते हैं। सोने का डिमैट खाता 4-5 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। सिन्हा के अनुसार भारत में पहली बार ऐसा उत्पाद निवेशकों के लिए उतारा गया है।
अब तक कमोडिटी के कारोबार में केवल वायदा अनुबंध ही थे। डीमैट के शुरू होने से जिंसों में कारोबार करने वाले कई खुदरा निवेशकों और पोर्टफोलियो प्रबंधकों को फायदा होगा। लेकिन खुदरा निवेशक फिलहाल इससे दूरी ही बरत रहे हैं। सोने-चांदी के खुदरा कारोबारी कुमार जैन ने कहा कि यह चालू वित्त वर्ष का अंतिम चल रहा है ऐसे में नए उत्पादों पर कारोबारियों का ध्यान नहीं जाएगा।
भौतिक डिलीवरी के बारे में सिन्हा ने बताया कि डीमैट में कारोबार करने वाले 8 ग्राम, 10 ग्राम या फिर 100 ग्राम में भी भौतिक डिलीवरी ले सकते हैं। सोने की डिलीवरी भी अहमदाबाद, मुंबई और दिल्ली में होगी। एनएसईएल के आंकड़ों के अनुसार पहले ही दिन सोने में कारोबारियों ने 7.40 करोड़ रुपये के करीब 43,438 ग्राम सोने का कारोबारी किया।
एनएसईएल देश के 11 राज्यों में मौजूद है और वहां 23 जिंसों में कारोबार हो रहा है। इसके पूरे देश में 49 डिलीवरी सेंटर और 194 कमोडिटीज कॉन्ट्रैक्ट हैं। इसके 310 सदस्य सक्रिय हैं। अनेक सरकारी संस्थान जैसे एमएमटीसी, पीईसी, काटन कार्पोरेशन, नेफेड और एफसीआई आदि भी इसके सदस्य हैं और विभिन्न जिंसों में ये एक्सचेंज पर कारोबार करके लाभ ले रही हैं।