थोक व्यापारी हो या फिर खुदरा दुकानदार, विश्व कप क्रिकेट के बुखार के चलते सबका धंधा मंदा हो गया है। खासकर टीम इंडिया के मैच के दिन तो बाजार से खरीदार पूरी तरह ‘गायब’ हो जाते हैं। राजधानी दिल्ली में सामान्य दिनों में जहां औसतन कारोबार 500 करोड़ रुपए का रहता है, वहीं टीम इंडिया के मैच के दिन यह घटकर 300 करोड़ रुपए पर आ जाता है। अब चूंकि विश्व कप का नॉकआउट दौर शुरू हो गया है, ऐसे में व्यापारियों को आशंका है कि ग्राहकों के लिए उनका इंतजार और लंबा होने वाला है।
खास बात यह है कि विश्व कप क्रिकेट का रंग न सिर्फ युवाओं पर चढ़ा हुआ है, बल्कि बड़ी उम्र के लोगों के साथ-साथ महिलाओं में भी इसका खासा क्रेज है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने समाचार एजेंसी ‘भाषा’ से कहा, ‘‘निश्चित रूप से विश्व कप क्रिकेट की वजह से धंधा मंदा हुआ है। दिल्ली में रोजाना जहां औसतन 500 करोड़ रुपए का कारोबार होता है, वहीं जिस दिन धोनी के धुरंधर मैदान में होते हैं तो बाजार सूने हो जाते हैं।’’ खंडेलवाल कहते हैं कि टीम इंडिया के मैच के दौरान कुल कारोबार में 30 से 40 फीसदी की गिरावट आ जाती है। मैच के दिन यह घटकर 300-325 करोड़ रुपए रह जाता है।
दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस के व्यापारी भी टीम इंडिया के मैच के दिन ग्राहकों के इंतजार में हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं। नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव कहते हैं, ‘‘भारतीय टीम के मैच के दिन तो युवा घर से बाहर ही नहीं निकलते। वहीं ऑफिस आने-जाने वाले लोग भी ड्यूटी पूरी होते ही घर भागने की जल्दी में रहते हैं।’’