गाड़ी रखना अब आपकी जेब के लिए और भारी पड़ सकता है। दोपहिया वाहनों, निजी कारों और भारी वाहनों के लिए थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में 25 अप्रैल से 65 फीसदी तक की वृद्धि हो सकती है।
बीमा नियामक संस्था, आईआरडीए (इरडा) ने कहा कि चार साल के अंतराल के बाद प्रीमियम में संशोधन किया जा रहा है। इरडा ने यह भी कहा है कि अब से थर्ड पार्टी या तीसरे पक्ष की मोटर बीमा प्रीमियम दरों में सालाना आधार पर संशोधन किया जाएगा।
इरडा ने मोटर बीमा प्रीमियम दरों में संशोधन के लिए फॉर्मूला भी तय किया है। मुद्रास्फीति और दावों के निपटान के आंकड़ों को ध्यान में रखकर प्रीमियम में संशोधन किया जाएगा। फिलहाल इन दरों का नियमन इरडा की शुल्क परामर्श समिति (टैरिफ एडवायजरी कमेटी या टीएसी) करती है।
जिनके पास तीसरे पक्ष का बीमा कवर है, उन्हें 1000 सीसी क्षमता की गाड़ी के लिए अब प्रीमियम के रूप में 740 रुपए देने होंगे। 1000 सीसी से अधिक लेकिन 1500 सीसी से कम की क्षमता वाली गाड़ी के लिए यह राशि 880 रुपए और इससे अधिक सीसी की गाड़ी का प्रीमियम 2750 रुपए होगा।
नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एनएसआर चंद्र प्रसाद ने कहा, ‘‘अगर प्रीमियम हर साल निश्चित मानदंड के आधार पर संशोधित होता है तो इससे काफी समय की बचत होगी। कई संबद्ध पक्षों से बातचीत के कारण फिलहाल इस मामले में काफी समय बर्बाद होता है।’’