वे बराबर हर झूठ को सच मानते रहे

शेयर बाजार इस समय सर्द-गर्द हो चुका है। बाजार के लोगों में प्रति निवेशक 10,000 रुपए के भी स्टॉक खरीदने की चाह नहीं रह गई है। यही दिखाता है कि रिटेल निवेशक सचमुच दीवालिया होने की किस हालत में पहुंच चुके हैं। बाजार अब सुपर एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल्स), डीआईआई व एफआईआई के लिए ही रह गया है और इस सूरत में आखिरकार होगा यह कि बहुत सारे सुपर एचएनआई आनेवाले सालों में सामान्य निवेशक बनकर रह जाएंगे।

सीएनआई की टीम हाल ही में 26,345 निवेशकों व ट्रेडरों से बात की और पाया कि साल 2011 में अभी तक  केवल 100 ट्रेडरों ने पैसा बनाया है, जबकि बाकी सभी अभी तक हाथ मल रहे हैं। उन्हें इस बात पर भी गुस्सा है कि उन्हें हितों की हिफाजत का कोई इंतजाम नहीं है। फिर भी वे ट्रेडिंग से दूर नहीं रह सकते क्योंकि बाजार में सुधार की आशा हमेशा बनी ही हुई है। इनके लिए पूरा दौर युद्ध से गुजरने जैसा रहा है और वे हर झूठ को सच मानते रहे।

मेरा मानना है कि अगर निवेशक मजबूत मॉडल को चुनकर अपना लें और अनावश्यक ट्रेडिंग से दूर रहें तो अपना घाटा पूरा कर सकते हैं। यही नहीं, 2011 से 2014 तक का समय उनके निवेश का स्वर्णिम काल साबित हो सकता है। बहुत सारे स्टॉक्स अभी सस्ते भावों पर उपलब्ध हैं जो 100 फीसदी रिटर्न दे सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको आगे बढ़कर जोखिम उठाना होगा।

निफ्टी 5515 के पार पहुंच गया है। बहुत जल्दी ही बाजार भारी वोल्यूम के साथ निफ्टी में 5600 का स्तर तोड़ देगा और यहां तक कि 5677 का स्तर भी पार कर सकता है। फिर सामान्य चाल से चलेगा। यह मेरा अनुभव है जिसे मैं आपके साथ बांट रहा हूं। कच्चा तेल हमें बहुत परेशान नहीं करेगा क्योंकि हमने फिलहाल इसे खरीदना बंद कर रखा है। देश के पास इस समय 92 दिनों की जरूरत भर का कच्चे तेल का भंडार है जबकि अमूमन यह भंडार 21 दिनों का ही रखा जाता है। मेरा मानना है कि कच्चे तेल के दाम सप्लाई बढ़ने से 1 अप्रैल 2011 से गिरनेवाले हैं।

मैंने अबन ऑफशोर को 550 रुपए पर उठाया था और अब यह 620 रुपए पर है। एस्कोर्ट्स को अब हम 118 रुपए पर पकड़ रहे हैं और मुझे भरोसा है कि यह जल्दी ही 150 रुपए को पार कर जाएगा। बी ग्रुप में कैम्फर एंड एलायड प्रोडक्ट्स के चौथी तिमाही के अच्छे नतीजों की उम्मीद में हम इसे खरीदने के पक्ष में हैं।

युद्ध-काल में सच इतना कीमती होता है कि झूठ के बॉडीगार्ड बराबर उसे घेरे रहते हैं।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

2 Comments

  1. मैंने आपकी सलाह पर ब्रशमैन @ 9 तथा त्रिवेणी ग्लास @ 16 पर खरीद रखें हैं . बताएं मै अब क्या करूँ ? बेचें या रखें ?

  2. हिमांशु जी, यूं तो यह सलाह मूलतः चक्री महाशय की है और वे आमतौर पर जवाब के लिए उपलब्ध नहीं होते। लेकिन ब्रशमैन 4.04 रुपए और त्रिवेणी ग्लास 11.83 रुपए पर आ गया है। इसलिए इन्हें घाटा खाकर बेचने का सवाल नहीं उठना चाहिए। दोनों ही कंपनियां एक तरह के ट्रांसजिशन या संक्रमण से गुजर रही हैं। इन्हें पोर्टफोलियो के कहीं कोने में पड़ा रहने दें। बड़ा रिस्क उठाया है तो बड़ा रिटर्न मिलने पर ही इन्हें बेचें।
    मैं आपकी जगह होता तो यही करता। मैं चक्री महाशय की तरह बाजार का विशेषज्ञ नहीं हूं। लेकिन एक सामान्य निवेशक की मानसिकता समझकर उसे इस स्थिति में लाने की कोशिश में लगा हूं ताकि वह सोचा-समझा जोखिम उठाए और बाजार में लोग उसे गच्चा न दे सकें। सहयोग के लिए धन्यवाद।

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