देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) भारत में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन इस साल 12 से 14 फीसदी बढ़ाने पर विचार कर रही है। विकसित देशों में यह वृद्धि 2 से 4 फीसदी और उभरते देशों में 2 से 14 फीसदी रह सकती है। यह कहना है कि कंपनी के सीईओ एन चंद्रशेखरन का।
गुरुवार को मुंबई में कंपनी के चौथी तिमाही व सालाना नतीजों की घोषणा के बाद चंद्रशेखरन ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा की विनिमय दरों में आ रहा उतार-चढ़ाव और कुशल कर्मियों को बचाने रखना दोनों ही बड़ी चुनौतियां हैं। कंपनी वेतन में वृद्धि प्रतिस्पर्धा के बीच कर्मचारियों को बचाने रखने के लिए कर रही है।
कंपनी ने जनवरी से मार्च 2011 के तीन महीनों के दौरान शुद्ध रूप से 11,700 कर्मचारी जोड़े हैं। इस समय टीसीएस में कार्यरत कुल कर्मचारियों की संख्या 1.98 लाख है। देश की दूसरे नंबर की सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी इनफोसिस टेक्नोलॉजीज के कर्मचारियों की वर्तमान संख्या 1.31 लाख है। इनफोसिस ने पिछले हफ्ते शुक्रवार,15 अप्रैल को सालाना नतीजों की घोषणा के साथ कहा था कि वह चालू वित्त वर्ष में 45,000 नई नियुक्तियां करेगी।
गुरुवार को घोषित नतीजों के मुताबिक मार्च 2011 की तिमाही में टीसीएस ने 2402 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है जो साल भर पहले की इसी अवधि की तुलना में 23 फीसदी ज्यादा है। पूरे वित्त वर्ष 2010-12 में कंपनी का शुद्ध लाभ साल भर पहले की तुलना में 29.5 फीसदी बढ़कर 9068 करोड़ रुपए हो गया है। उसका ईपीएस (प्रति शेयर मुनाफा) 46.27 रुपए है।
कंपनी ने 1 रुपए अंकित मूल्य के शेयर पर 8 रुपए का अंतिम लाभांश देने की घोषणा की है। 6 रुपए का अंतरिम लाभांश जोड़ दे तो बीते वित्त वर्ष 2010-11 के लिए कुल लाभांश 14 रुपए प्रति शेयर हो जाता है। कंपनी के ठीकठाक नतीजों की घोषणा के बावजूद गुरुवार को उसका शेयर 2.23 फीसदी गिरकर 1191.65 रुपए पर बंद हुआ है। शायद इसकी वजह यह है कि बाजार कंपनी से बोनस शेयरों की घोषणा की उम्मीद लगाए बैठा था।