मुरैना (मध्य प्रदेश) की खाद्य तेल कंपनी केएस ऑयल्स की हालत इतनी खराब नहीं है कि उसका शेयर 77 रुपए से टूटकर 7.70 रुपए पर आ जाए। जी हां! केएस ऑयल्स का शेयर 18 जनवरी 2010 को बीएसई में 77 रुपए पर था, जबकि 17 अगस्त 2011 को 7.70 रुपए पर आ गया। पूरे 90 फीसदी की चपत। कंपनी ने हालांकि चालू वित्त वर्ष 2011-12 की पहली तिमाही के नतीजे घोषित नहीं किए हैं, लेकिन बीते वित्तऔरऔर भी

खबर आ जाती तो अच्छा था। लेकिन यहां तो कानोंकान सुनी और कही गई बातें फैलाई जा रही हैं। कहा गया कि आईबी की रिपोर्ट में रुचि सोया और केएस ऑयल के शेयर-भावों के साथ धांधली की बात है और रुचि सोया को 27 फीसदी व केएस ऑयल को 14.69 फीसदी फटका लग गया। निवेशक घबराए हुए हैं। ऐसे में सेबी को चाहिए कि सामने आकर स्थिति साफ करे कि आईबी की ऐसी कोई रिपोर्ट है किऔरऔर भी

केएस ऑयल्स (बीएसई – 526209, एनएसई – KSOILS) में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है कि उसका शेयर 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाए। लेकिन कल वह 37.80 रुपए की तलहटी पर पहुंचा है तो कुछ तो वजह रही होगी? अपने-आप तो ऐसा नहीं हो सकता? उसमें वोल्यूम भी अच्छा-खासा हुआ है। बीएसई में जहां दो हफ्ते का औसत रोजाना कारोबार 12.64 लाख शेयरों का रहा है, वहीं कल इसके 20.85 लाख शेयरों में सौदेऔरऔर भी