निवेश में क्या स्वदेशी, क्या विदेशी!
निवेश और धंधे की बात आती है तो देश या राष्ट्रवाद की सारी सीमाएं टूट जाती हैं। लाखों विदेशी निवेशक अपने देश के बजाय आज भारत जैसे उभरते देशों में इसीलिए निवेश कर रहे हैं क्योंकि यहां कहीं ज्यादा रिटर्न मिल रहा है। असल में निवेश करते वक्त स्वदेशी और विदेशी कंपनियों का फर्क मिट जाता है। जिसके धंधे में अच्छी संभावना है, वहां निवेश करना लाभदायी होता है। आज तथास्तु में पेश है एक बहुराष्ट्रीय कंपनी…औरऔर भी