दुनिया में दिवसों के नाम पर बहुत से चोचले चल गए हैं। इसी में शामिल है वर्ल्ड हैबिटैट दिवस जो किसी तारीख को नहीं, बल्कि हर साल अक्टूबर महीने के पहले सोमवार को मनाया जाता है। चूंकि यह संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्था की देन है और भारतीय जनमानस इसे पचा नहीं पाया है, इसलिए इसके लिए हिंदी या अन्य भारतीय भाषाओं में कोई शब्द नहीं बन पाया है। सरकार इसे विश्व पर्यावास दिवस कहती है। हैबिटैटऔरऔर भी

जब हर तरफ देश के अर्थ, व्यापार व वित्त जगत पर अंग्रेजी का आधिपत्य हो तो यह जरूरी हो जाता है कि हम हिंदी या दूसरी भारतीय भाषाओं की संभावनाओं और स्वाभिमान को जगाते रहे। यह जो खबर आप ठीक बगल में नवा जूनी में देख रहे हैं, इसे इकोनॉमिक टाइम्स ने आज अपनी लीड बनाई है। लेकिन हमने यह खबर साल भर पहले ही पेश कर दी थी। इससे मैं यकीकन एक आश्वस्ति का भाव अपनेऔरऔर भी

इस समय तमिल, मलयालम, कन्नड़ और मराठी जैसी भारतीय भाषाओं की कई बेवसाइट हैं जिनकी हर दिन की हिट लाखों में हैं। जैसे deepika.com मूलतः मलयालम की साइट है जिसका हर दिन का हिट 30 लाख है। इसी तरह tamilcinema.com के रोज के हिट 1.50 लाख हैं। मराठी की एक साइट है maayboli.com जिस पर हर दिन की हिट करीब 1.40 लाख है। इन वेबसाइटों को चलानेवाले सामान्य लोग हैं। दिन में तीन से चार बार अपनीऔरऔर भी