बाजार अनपेक्षित रूप से धराशाई हो गया क्योंकि ब्रोकरों ने एचएनआई और ऑपरेटरों की प्रॉपराइटरी पोजिशन निपटाने का फैसला कर लिया। इसके चलते आखिरी एकाध घंटे में मिड कैप स्टॉक्स में भारी बिकवाली हुई। दो बजे के बाद गहरी गिरावट का दौर शुरू हुआ तो निफ्टी 1.90 फीसदी घटकर 4934.75 पर बंद हुआ।
प्रॉपराइटरी खातों को बंद करने के लिए तमाम स्टॉक्स में हुए सौदों को जबरन काटा गया। आखिरी आधे घंटे में टाइटन इंडस्ट्रीज के 6 लाख शेयरों के सौदे हुए और एनएसई में यह स्टॉक 184.90 रुपए पर 52 हफ्ते का नया न्यूनतम स्तर बना गया। इसी तरह पिपावाव डिफेंस में तकरीबन 10 लाख शेयरों के सौदे हुआ और इसे 63.90 रुपए तक गिरा दिया गया।
यह साफ संकेत इस बात का है कि आनेवाले दिनों में ऊंचे मूल्य तक चढाए गए तमाम स्टॉक्स में जबरन बिकवाली का झोंका आ सकता है। इसलिए जहां भी मूल्यांकन को खींचा गया हो, दूसरे शब्दों ने स्टॉक 20 पी/ई के ऊपर चल रहे हों, उनसे झटपट निकल लेना चाहिए। हेल्थकेयर एकमात्र सेक्टर है जिसमें अभी तक बिकवाली नहीं हुई है। इसलिए डाउनग्रेड और बिकवाली शुरू होने से कृपया इससे निकल लें।
यहां से मिली रकम का इस्तेमाल पोर्टफोलियो को दुरुस्त करने में करें। आप चाहें तो बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, हिंडाल्को, जेएसडब्ल्यू स्टील, सेंचुरी, बॉम्बे डाईंग व जिंदल शॉ जैसे शेयर खरीद सकते हैं। इन सभी कूकर या पिज्जा बनानेवाली कंपनियों से कहीं ज्यादा दमखम व मूल्य बचा हुआ है। हम यहां टीटीके प्रेस्टिज और जुबिलेंट फूड्स की बात कर रहे हैं।
बाकी आपकी मर्जी। बाजार की बात करें तो फिलहाल घबराहट का माहौल पैदा हो गया। निफ्टी में अगला समर्थन स्तर 4850 और उसके बाद 4720 पर है। यह स्तर तभी टूटेगा, जब भारत को डाउनग्रेड कर दिया जाएगा। वैसे, निवेशकों व ट्रेडरों में यह अंदेशा जमकर छाया हुआ है। पहली बार बाजार के तलहटी पकड़ने के असली संकेत दिखने लगे हैं क्योंकि दिग्गज खिलाड़ी अपनी होल्डिंग खाली कर रहे हैं। हालांकि तकलीफ तो उनके निकल लेने के बाद भी बनी ही रहेगी।
हम गिरने या उठने के मौके का फायदा उठाने की अपनी रणनीति पर कायम रहेंगे। हां, रुझान ज्यादा गिरने का नहीं है। बाजार जब गिरता है तो हमें नुकसान उठाने पर भी खुश रहना चाहिए। साथ ही हमें निचले स्तरों पर खरीदने को तैयार रहना चाहिए क्योंकि नुकसान तभी खत्म हो सकता है जब आप कम भाव पर खरीदेंगे। अगर आप एकतरफा ट्रेड करेंगे तो नतीजा ऋणात्मक हो सकता है। इसलिए मौके को समझते हुए ट्रेड करें। वैसे बिक्री के पक्ष का इस्तेमाल तभी किया जाएगा, जब हमें कुछ साफ जानकारियां मिल जाएंगी।
हमें जो इकलौती चीज बचाती है वह है नौकरशाही की अक्षमता। नौकरशाही अगर सक्षम होती तो हम जो कर पा रहे हैं, वो भी नही कर पाते। इसलिए सक्षम नौकरशाही हमारे मुक्त कामकाज के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)