सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक श्राडेर डंकन की विदेशी प्रवर्तक अमेरिकी कंपनी श्राडेर ब्रिजपोर्ट इंटरनेशनल कंपनी के भारतीय प्रवर्तक व चेयरमैन जे पी गोयनका की पूरी 24.50 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। वह इसके लिए प्रति शेयर मूल्य 324 रुपए देने को तैयार है, जबकि अभी 10 रुपए अंकित मूल्य का इसका शेयर बीएसई में 127 रुपए चल रहा है। इस 24.50 फीसदी इक्विटी को लेने के बाद श्राडर डंकन में अमेरिकी प्रवर्तक की हिस्सेदारी बढ़कर 74.5 फीसदी हो जाएगी।
श्राडेर डंकन के पास 180 करोड़ रुपए की जमीन है। 3.6 करोड़ रुपए की इक्विटी आधार पर केवल जमीन की कीमत के बल पर इसके शेयर का मूल्यांकन 500 रुपए निकलता है। श्राडेर समूह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी पुराना समूह है। इसकी स्थापना 1884 में न्यूमैटिक टायर वॉल्व की खोज करनेवाले जर्मन वैज्ञानिक ऑगस्ट श्राडेर ने की थी। कंपनी ऑटो उद्योग के टायर-ट्यूब निर्माताओं को तरह-तरह के उत्पाद सप्लाई करती है। वैसे, कंपनी की वित्तीय सेहत फिलहाल अच्छी नहीं है। मार्च 2010 की तिमाही में उसे 16.76 करोड़ रुपए की आय पर 1.02 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। इससे पहले दिसंबर 2009 की तिमाही में उसकी आय 16.26 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 62.6 लाख रुपए था। इसलिए विदेशी प्रवर्तक द्वारा अधिक मूल्य पर हिस्सेदारी खरीदने की च्रर्चा को थोड़ी सावधानी से देखना चाहिए।
बाजार के सूत्रों ने यह भी बताया है कि सेबी ने सेरा सैनिटेशन के खिलाफ इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप में जांच शुरू कर दी है। इसलिए फिलहाल इस शेयर को बेचकर निकल लेना चाहिए।