शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि बीते सप्ताह मामूली सुधार के बाद 25 जनवरी को बहुप्रतीक्षित भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से इस सप्ताह बाजार की दिशा निर्धारित होगी। रेपो व रिवर्स रेपो दर 0.25 फीसदी बढ़ सकती है, जबकि सीआरआर को 6 फीसदी पर यथावत रखे जाने की उम्मीद है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में 21 जनवरी को समाप्त सप्ताह में उतार-चढ़ाव का रूख दिखाई पड़ा और सप्ताहांत में यह 0.77 फीसदी अथवा 147.09 अंकों की तेजी के साथ 19,007.53 अंक पर बंद हुआ। बाजार पर्यवेक्षकों का मानना है कि अगले सप्ताह भी बाजार में उतार-चढ़ाव का रूख देखने को मिल सकता है।
इंडिया इंफोलाइन के शोध प्रमुख अमर अंबानी ने कहा, “लगातार दो सप्ताह भारी गिरावट के बाद तेजड़िये फिर कुछ खोई जमीन वापस हासिल करने में सफल रहे। लेकिन मंदड़िये भी आसानी से अपना संघर्ष त्यागने के मूड में नजर नहीं आ रहे। इस खींचतान के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव का रूख देखने को मिला।”
अंबानी ने कहा, “आगामी सप्ताह बाजार की निगाह दो मुख्य घटनाओं पर होगी। पहली, गुरुवार को डेरिवेटिव सेगमेंट (एफ एंड ओ) के सेटलमेंट की समाप्ति और दूसरी, रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति के संबंध में होने वाली समीक्षा बैठक। कंपनियों के तिमाही नतीजों और वैश्विक संकेतों के अलावा उक्त दोनों ही पहलू बाजार की आगे की दिशा को निर्धारित करेंगे।”