दोपहर तक पीटेंगे, फिर उठेगा निफ्टी

एक तो बाजार की सांस ब्याज दरों के बढ़ने के कारण पहले ही उखड़ी हुई है और वो 200 दिनों के मूविंग औसत से नीचे जा चुका है। ऊपर से 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के सुप्रीम कोर्ट में आने ने हालत और खराब कर दी। इस माहौल का फायदा उठाकर बाजार के उस्ताद लोगों ने बडे पैमाने पर शॉर्ट सौदे करके माहौल को संगीन बना डाला।

आज को मिला दें तो बाजार में गिरने का दौर नौ दिनों से चल रहा है। आज सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में ही 1.40 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बाजार खुला कल से तो थोड़ा गिरकर, लेकिन घंटे भर के भीतर ही बढ़कर 5560.30 तक चला गया। लेकिन एक बजे तक लगभग सपाट चलने के अचानक उसमें तीखी गिरावट आई और निफ्टी बाजार बंद होने के थोड़ी देर पहले तक 5443.65 पर जा पहुंचा। फिर बंद हुआ वहां से जरा-सा उठकर 5459.85 पर।

कल भी उस्तादों का खेल जारी रहेगा। शॉर्ट सेलिंग की मार जारी रहेगी। कल दोपहर तक निफ्टी को तोड़कर 5370 तक ले जाया जा सकता है। लेकिन मेरा मानना है कि इसके बाद वो यू-टर्न लेकर बढ़ना शुरू करेगा। ट्रेडरों को इस पर भौहें नहीं ताननी चाहिए क्योंकि हमारे यहां कोई फिजिकल सेटलमेंट नहीं है। इसलिए बाजार के साथ इस तरह के खिलवाड़ आगे भी होते रहेंगे। सट्टेबाजी के दम पर बाजार को जमूरे की तरह नचाया जाता रहेगा।

बाजार में हर तरफ से बिकवाली का दबाव है। ट्रेडरों और छोटी अवधि के निवेशकों में डर छा गया है कि बाजार और गिर सकता है तो वे घबराकर घाटा खाकर भी बेचने पर उतारू हैं। अब डीजल व पेट्रोल मूल्यों के बढ़ने की खबर ने कारोबारियों को डरा दिया है जिससे मुद्रास्फीति बढ़ेगी। ऊपर से यह भी खबर आएगी कि सरकार चालू वित्त वर्ष 2011-12 में आर्थिक विकास दर के अनुमान पर पुनर्विचार करेगी। बजट में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने इसका अनुमान 9 फीसदी रखा था, जबकि रिजर्व बैंक ने इसे 8 फीसदी ही माना है।

इन सारी बातों ने माहौल को मंदड़ियों की तरफ झुका दिया है। बाजार के खिलाड़ी लोग नई से नई थ्योरी लाकर बता रहे हैं कि आगे तीखी गिरावट आनी है और बाजार मंदी के ज़ोन में प्रवेश कर रहा है। तेजी का दौर खत्म हो चुका है। लेकिन यह सब कहने की बातें हैं। ब्याज दरों को बढ़ाना अंततः हमारी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है। इससे भारत की विकासगाथा को स्थायित्व मिलेगा और वो आगे ज्यादा मजबूती से बढ़ सकेगी।

यह भी गौर करने की बात है कि ये गिरावट अपेक्षाकृत कम वोल्यूम के साथ हुई है और सुधार भी कम वोल्यूम के साथ इतनी ही तेजी से आएगा। आज वोल्यूम में सबसे आगे रहे हैं यूनिटेक, सुजलॉन एनर्जी और आलोक इंडस्ट्रीज। फिलहाल निश्चिंत रहिए। सांसें मत उखड़ने दीजिए। तेजी-मंदी का खेल बाजार के स्वभाव का हिस्सा है। चलते रहिए क्योंकि संतुलन बनाए रखने के लिए चलते रहना जरूरी है।

जीवन साइकिल की सवारी जैसा है जिसमें संतुलन बनाए रखने के लिए आपका चलते रहना जरूरी है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

1 Comment

  1. Very well said sir…
    Jet airways has also taken offf after all the crap we have been listening on business channels.
    Kabhi toh reply de diya kariye. Apne kadradaano ko ignore mat kijiye.
    Anyways…thanks for your encouraging & positive guidance all the time.
    You are definitely one of those reasons why i am still in this market.

    Regards,
    Shishir

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