दुनिया की प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने जापान के सरकार ऋणों की रेटिंग घटा दी है। उसने इसे एक पायदान नीचे खिसका कर Aa3 कर दिया है। अभी तक यह Aa2 थी। एजेंसी ने कहा कि 2009 की मंदी के बाद से ही जापान का ऋण बढ़ता जा रहा है और वहां राजनीतिक नेतृत्व बहुत तेजी से बदल रहा है जिससे कारगर आर्थिक रणनीति नहीं अपनाई जा पा रही है।
बता दें कि जापान में पांच सालों में छठा प्रधानमंत्री चुनने की तैयारियां चल रही हैं। अभी के प्रधानमंत्री नाओटो कन मार्च में आई सुनामी और उसका बाद परमाणु संयंत्रों से निकले विकिरण से निपटने में ढिलाई के चलते बहुत ही अलोकप्रिय हो चुके हैं।
रेटिंग का यूं घटाया जाना कोई अप्रत्याशित नहीं है। लेकिन इसने दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की गहराती ऋण समस्या को जरूर हवा दे दी है। इसी महीने स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने अमेरिका की रेटिंग AAA से घटाकर AA+ कर दी है। मूडीज ने इटली को भी डाउनग्रेड करने की चेतावनी दे रखी है। बीच में फ्रांस को भी डाउनग्रेड किए जाने का हल्ला उठा था।
जापान की नई रेटिंग AAA के शीर्ष स्तर से तीन पायदान नीचे है। वैसे, जापान 1998 से ही AAA की रेटिंग खो चुका है। नई रेटिंग के बाद जापान चीन के समतुल्य आ गया है, जबकि वह इटली व स्पेन से एक पायदान नीचे है। बता दें कि अब अमेरिका के बाद चीन दुनिया में दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन चुका है, जबकि जापान तीसरे नंबर पर है। जापान की अर्थव्यवस्था का आकार 5 लाख करोड़ डॉलर का है। लेकिन उस पर ऋण का बोझ इसका लगभग दोगुना है।