पिछले दो दशकों में देश में सबसे ज्यादा औद्योगिक निवेश प्रस्ताव महाराष्ट्र को मिले हैं। राज्य के आर्थिक सर्वेक्षण 2010-11 में दावा किया गया है कि अगस्त 1991 से अगस्त 2010 के बीच औद्योगिक निवेश प्रस्ताव पाने में महाराष्ट्र अन्य राज्यों से आगे रहा है। गुजरात दूसरे नंबर पर और तमिलनाडु तीसरे नंबर पर रहा है। यह सर्वेक्षण हाल में जारी किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उद्योगों के गंतव्य के रूप में राज्य के प्रति आकर्षण की वजह बेहतर बुनियादी ढांचा, कुशल श्रमबल और स्थिर सामाजिक परिस्थितियां हैं। देश में हो रहे निवेश में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 10 फीसदी की है, जबकि रोजगार सृजन में उसका योगदान 15 फीसदी का है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त 1991 से अगस्त 2010 के बीच महाराष्ट्र ने 16,140 प्रस्तावों को मंजूरी दी, जबकि गुजरात ने 10,666 प्रस्ताव मंजूर किए। इन प्रस्तावों से महाराष्ट्र में 30.24 लाख और गुजरात में 19.49 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
हालांकि, इन परियोजनाओं में निवेश के मामले में महाराष्ट्र गुजरात से पीछे है। महाराष्ट्र में इन परियोजनाओं में कुल 6,95,516 करोड़ रुपए का निवेश होने का अनुमान है, वहीं गुजरात में यह राशि 8,59,787 करोड़ रुपए रही। इस अवधि के दौरान महाराष्ट्र और गुजरात के बाद 8,502 प्रस्तावों व 3,54,710 करोड़ रुपए के निवेश के साथ तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहा।