टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इनफोसिस टेक्नोलॉजीज ने नए कर्मचारियों की नियुक्ति की मुहिम तेज कर दी है। उसने इस वित्त वर्ष में जून-सितंबर की दूसरी तिमाही में 14,264 नए कर्मचारी भर्ती किए हैं। लेकिन इस दौरान उसके 6618 कर्मचारी छोड़कर चले गए। इसलिए कर्मचारियों की संख्या में वास्तविक इजाफा 7646 का ही हुआ। इसे मिलाकर 30 सितंबर तक इनफोसिस के कुल कर्मचारियों की संख्या 1,22,468 हो गई है।
सालाना आधार पर देखें तो इनफोसिस छोड़नेवाले कर्मचारियों की संख्या 17.1 फीसदी बढ़ी है, जबकि साल भर पहले यह रफ्तार 10.9 फीसदी ही थी। ठीक पिछली जून तिमाही में यह दर 15.8 फीसदी थी। हालांकि कंपनी के निदेशक और मानव संसाधन विभाग के प्रमुख टीवी मोहनदास पई का कहना है कि संख्या के लिहाज से कर्मचारियों के जाने का मामला हल्का हुआ है। अप्रैल-जून 2010 की तिमाही में 8859 नए कर्मचारी रखे गए थे और 7833 छोड़कर गए थे, जबकि जुलाई-सितंबर 2010 की तिमाही में 6618 कर्मचारी ही बाहर निकले हैं।
गौरतलब है कि कुशलता की जरूरत वाले आईटी उद्योग में कर्मचारियों का फटाफट नौकरी छोड़कर जाना बड़ी समस्या बनी हुई है। इसे कंपनियां तरह-तरह के तरीके अपना कर सुलझाती हैं। जैसे इनफोसिस की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कंपनियों में से टीसीएस और विप्रो ने कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ा दी है और बढ़े हुए ऑर्डरों को पूरा करने के लिए नई भर्तियां कर रही हैं। इनफोसिस ने भी दूसरी तिमाही में रिकॉर्ड भर्तियां की हैं। उसने इस दौरान कर्मचारियां की संख्या 7646 बढ़ा दी है जो अक्टूबर-दिसंबर 2007 के बाद सबसे बड़ी संख्या है।
इनफोसिस ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए। इसके मुताबिक इस अवधि में उसके पास कैश और इसी तरह के दूसरे नकद माध्यमों में 17,388 करोड़ रुपए पड़े हैं, जो साल भर पहले की तुलना में 25.58 फीसदी ज्यादा हैं। 30 जून 2009 को उसके पास इस तरह की नकद रकम 13,846 करोड़ रुपए थी। जुलाई-सितंबर 2010 की तिमाही में कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 13.15 फीसदी बढ़कर 1737 करोड़ रुपए हो गया है, जबकि आय 24.39 फीसदी बढ़कर 6947 करोड़ रुपए हो गई है।
कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 5 रुपए अंकित मूल्य के शेयर पर 10 रुपए (200 फीसदी) का अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की है। वह इसके ऊपर 30 रुपए प्रति शेयर (600 फीसदी) का विशेष लाभांश अपने तीस साल पूरा करने पर दे रही है। इस तरह इनफोसिस के शेयरधारकों को 5 रुपए के शेयर पर इस बार 40 रुपए का शानदार लाभांश मिलेगा। यह लाभांश हफ्ते भर बाद 22 अक्टूबर को दे दिया जाएगा।
इनफोसिस ने चालू वित्त वर्ष 2010-11 में अपनी आय का अनुमान भी बेहतर किया है। उसका कहना है कि इस साल उसकी समेकित आय 19 फीसदी बढ़कर 27,058 करोड़ रुपए हो जाएगा। यह अनुमान जुलाई में व्यक्त किए गए अनुमान से 1.7 फीसदी ज्यादा है। शुक्रवार को घोषित नतीजों के बाद बीएसई में इनफोसिस का शेयर बढ़कर 52 हफ्तों के नए शिखर 3249 रुपए पर पहुंच गया। हालांकि बंद हुआ गुरुवार की तुलना में 3.39 फीसदी गिरकर 3076.15 रुपए पर।