इंडिया सीमेंट, इस्पात व टिस्को का दम

शुक्रवार को रिजर्व बैंक की घोषणा से पहले ही हमने कह दिया था कि ब्याज दरें बढ़नेवाली है। इसी आधार पर हमने स्टैंडर्ड एंड पुअर्स की तरफ से भारत की रेटिंग में सुधार के बावजूद निफ्टी के लिए ऊपरी सीमा 5280 रखी थी। उसी दिन देर शाम को रिजर्व बैंक ने रेपो और रिवर्स रेपो की दरें बढ़ाकर ब्याज दरों में वृद्धि का आधार तैयार कर दिया। इसके प्रभाव से अनुमान के अनुरूप बाजार आज 200 अंक गिरकर खुला। हालांकि बाद में उसमें बढ़त दर्ज की गई।

हमने आईपीएल की नई टीमों का नीलामी मूल्य 30 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान लगाया था और वास्तविक मूल्य 37 करोड़ डॉलर रहा। इसने आईपीएल की मौजूदा टीमों का मूल्यांकन 1200 करोड़ रुपए बढ़ा दिया है। कोई सोच भी नहीं सकता था कि महज ढाई साल के भीतर आईपीएल की टीमों को इतना बड़ा तोहफा मिलेगा। आगे की बात करें तो आईपीएल के अगले सीजन में दो टीमों – अहमदाबाद और नागपुर की नीलामी होनी है और मुझे लगता है कि इनका न्यूनतम मूल्यांकन 50 करोड़ डॉलर हो सकता है।

कृपया ध्यान दें। हमने चेन्नई सुपरकिंग की मालिक कंपनी इंडिया सीमेंट को आईपीएल के अनुमानित मूल्यांकन के आधार पर निवेश के लिए उपयुक्त बताया था और आज इसके शेयर ने चोखा रंग दिखा दिया। अगर चेन्नई सुपरकिंग की टीम का मूल्य 37 करोड़ डॉलर मानें तो इंडिया सीमेंट के शेयर का मूल्य 180 रुपए निकलता है। अगर टीम का मूल्य अगले साल 50 करोड़ आंका जाता है तो यह शेयर 205 रुपए का बैठता है। इसके ऊपर से सीमेंट का मूल्यांकन 116 रुपए के वर्तमान स्तर से बढ़कर 145 से 160 रुपए हो सकता है। इस अधार पर हमारा मानना है कि इंडिया सीमेंट का शेयर साल भर में 80-90 फीसदी का रिटर्न देते हुए 225 के ऊपर जा सकता है। यह वो स्तर है जिसे अगर कोई निवेशक या फंड हाउस समझ लें तो वह इस शेयर से चांदी काट सकता है।

हमने टाटा स्टील में 150 रुपए के भाव से ही तेजी की धारणा बना रखी है और अब यह 650 रुपए तक पहुंच चुका है। हमें उम्मीद है कि इसका शेयर आनेवाले महीनों में चार अंकों में पहुंच जाएगा। सूत्रों की मानें तो बाजार में डिस्काउंट की स्थिति बीत चुकी है और अप्रैल की मूल्य वृद्धि टाटा स्टील में दीर्घकालिक सौदों के लिए बेहद माफिक हो सकती है।

यह स्थिति स्टील क्षेत्र के दूसरे शेयरों के लिए भी अच्छी है। मार्च की तिमाही में इस्पात इंडस्ट्रीज का मुनाफा 350 से 400 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। इससे इसका कैश ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 14 रुपए हो जाएगा और फिर कुछ भी जाए, इसका शेयर मूल्य 19 रुपए पर चिपका नहीं रह सकता है। भले ही कंपनी का प्रबंधन उतना श्रेष्ठ न हो, लेकिन इसके संयंत्र की कीमत शानदार है। इसलिए यह शेयर आसानी से दोगुना हो सकता है। आप जयसवाल नेको के प्रबंधन को इस्पात से कैसे बेहतर मान सकते हैं। लेकिन रिलांयस इंडस्ट्रीज ने इसमें हिस्सेदारी खरीदी है। क्या आप इस्पात इंडस्ट्रीज में ऐसी कोई डील हो जाने का इंतजार करेंगे या डील का फायदा उठाने के लिए अभी से उसमें घुस जाएंगे? फैसला आप पर है।

मेरे लिए रेपो, रिवर्स रेपो दरों में वृद्धि कोई बड़ा मसला नहीं है क्योंकि इसे तो किसी न किसी समय होना ही था। रिजर्व बैंक को फौरन कदम उठाना पड़ा, इसी से साफ होता है कि सिस्टम में तरलता या लिक्विडिटी अब भी ज्यादा है, मुद्रास्फीति बढ़ रही है और भारतीय अर्थव्यवस्था को इस मामले में थोड़ा सुकून चाहिए। यह बाजार के लिए अच्छा है क्योंकि इससे अधिक विकास और नतीजतन अधिक कॉरपोरेट आय का संकेत मिलता है।

बाजार ब्याज दरों में वृद्धि पर शुरुआती झटका खाने के बाद बाजार उतनी प्रतिक्रिया नहीं दिखा रहा है। असली बात सेटलमेंट के आखिरी दिन पोजीशन के रोलओवर और एनएवी की है क्योंकि इनसे म्यूचुअल फंडों और एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशकों) या फिरंग निवेशकों के निवेश का मूल्य बढ़ जाएगा।

इधर फेरो क्रोम और फेरो एलॉय की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। इससे फेरो एलॉय कॉरपोरेशन (फैकॉर) और आईएमएफए को भारी आवेग मिलेगा। मुझे इस बात पर कोई अचंभा नहीं होगा, अगर आनेवाले महीनों में आईएमएफए का बाजार पूजीकरण (शेयर के भाव और शेयरों की संख्या का गुणनफल) दोगुना हो जाए और वह फैकॉर से आगे निकल जाए। सैंडुर मे आग लगी हुई है क्योंकि मैगनीज अयस्क की कमी है और सैंडुर इसके प्रमुख उत्पादकों में शामिल है। इसके शेयर का भाव 2500 रुपए पर जा सकता है। विष्णु केमिकल्स भी एक और छुपा रुस्तम साबित हो सकता है।

औसत बुद्धि का इंसान भी अपनी मेहनत और लगन के दम पर तेजतर्रार लोगों से ज्यादा ज्ञान और पूंजी हासिल कर लेता है। कछुआ अब भी अक्सर खरगोश से बाजी मार ले जाता है।

(चमत्कार चक्री एक काल्पनिक नाम है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है लेकिन फालतू के वैधानिक लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। अंदर की बात बताना और सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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