जितना बड़ा जोखिम, उतना बड़ा बीमा। दुनिया ने 1 सितंबर की तारीख को अब तक का सबसे बड़ा जोखिम झेला है क्योंकि दूसरा विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 को शुरू हुआ था। लेकिन देश में भी 1 सितंबर की तारीख और बीमा उद्योग के बीच गहरा रिश्ता है। 1 सितंबर 2000 को भारतीय बीमा उद्योग निजी क्षेत्र के लिए खोला गया। 1 सितंबर 2010 से यूलिप के कायाकल्प के लिए इरडा के नए दिशानिर्देश लागू हुए हैं। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का गठन भी 1 सितंबर 1956 को हुआ था। अकेले एलआईसी का योगदान देश के जीडीपी में 1.84% है। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी कहते हैं कि जल्दी ही एलआईसी अपना योगदान बढ़ाकर 2% तक ले जाएगा।
2010-09-01