ग्रीस के ऋण संकट जैसे कई मुद्दों के बीच से गुजरते हुए बाजार (निफ्टी) ने 4800 से 5088 तक का लंबा फासला तय कर लिया। ध्यान दें, ये मुद्दे रोलओवर के ठीक पहले उछाले गए और हल्ला मचाया गया कि अब सेंसेक्स 12,000 तक गिर जाएगा। क्या कहें, अपने यहां यह बराबर का चक्कर बन गया है क्योंकि बाजार को चलाने व नचाने वाले लोग अच्छी तरह जानते हैं कि हमारे स्टॉक एक्सचेंज ऐसे खिलाड़ियों से भरे पड़े हैं जो सुनीसुनाई बातों के बहकावे में आ जाते हैं। दरअसल, अपने यहां धैर्यवान निवेशकों की तादाद महज एक फीसदी है और सच मानिए, यही एक फीसदी निवेशक ही बाजार से अच्छा पैसा बना पाते हैं।
आज अमेरिका व यूरोप के बाजार बंद रहे। इसलिए रात में देखने की जरूरत नहीं है कि वहां क्या चल रहा है। इसलिए सीधा-सा निष्कर्ष है कि कल निफ्टी आज के स्तर से ऊपर खुलेगा।
आईएफसीआई में आज 16 करोड़ शेयरों का जबरदस्त कारोबार हुआ और उसका बाजार भाव 53.70 रुपए की बाधा को तोड़ता हुआ 55 रुपए के ऊपर चला गया। अब सभी चार्टवाले और एनालिस्ट आईएफसीआई में खरीद की कॉल देंगे। मैं समझता हूं कि हमारी भूमिका यहीं खत्म हो गई। मैं तो अपने लोगों से कहूंगा कि वे कल आईएफसीआई को बेचकर मुनाफा कमा लें, भले ही उसमें बढ़त हो रही हो। यहां से निकलकर उन्हें एससीआई और आईडीबीआई में निवेश करना चाहिए।
एससीआई (शिपिंग कॉरपोरेशन) ने हालांकि बोनस व कैश डिविडेंड की घोषणा नहीं की, लेकिन आज उसने बताया कि वह सहयोगी की तलाश में है और एफपीओ के जरिए अपने शेयर बेचेगी। यह फिर बोनस या कैश डिविडेंट का संकेत है, नहीं तो एफपीओ में प्रीमियम काफी ज्यादा हो सकता है। जब बुक वैल्यू 155 रुपए की हो और कंपनी के पास 3000 करोड़ रुपए का कैश हो, तब एफपीओ बुक वैल्यू से कम मूल्य पर नहीं आ सकता।
शिवालिक बाईमेटल में भारी खरीद चल रही है और उसका फ्लोटिंग स्टॉक (प्रवर्तकों के हिस्से से बाकी बचे शेयर) धीरे-धीरे सूखता जा रहा है। पहले इसने 30 और 34 रुपए के बीच में खुद को जमाया और अब 34 से 38 के बीच जमा रहा है। इसमें 80 लाख शेयरों की एक बल्क डील हुई है। खरीदार बाजार में ऐसी और भी बल्क डील के जुगाड़ में लगे हैं। इससे लगता है कि शिवालिक में बढ़त का रुख बरकरार रहेगा। वैसे भी, कंपनी का कामकाज शानदार चल रहा है। इसका स्टॉक 45 व 58 रुपए से होता हुआ अगले छह महीनों में 66 रुपए तक जा सकता है। फिलहाल, इसमें बहुत मजबूत पैटर्न नजर आ रहा है।
असली हीरो तो वह है जो निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर अपनी ज़िंदगी किसी बड़े मकसद के लिए दांव पर लगा देता है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है । लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)
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