इनटेल कंपनी में काम कर चुके भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक राजीव गोयल ने अदालत में स्वीकार किया है कि उन्होंने राज राजारत्नम को कंपनी के बारे में भेद की बातें बताई थीं जिसके एवज में उनको 6 लाख डॉलर मिले थे। गैलियॉन हेज फंड के मुखिया राजारत्नम पर कंपनियों में अपने भेदियों की सूचनाओं के आधार पर शेयरों की खरीद-फरोख्त करके लाभ कमाने का आरोप है।
गोयल ने अमेरिका में अब तक के इस सबसे बड़े इनसाइडर ट्रेडिंग से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही अदालत में मंगलवार को कहा, ‘‘राजारत्नम और मैं बहुत अच्छे दोस्त हैं।’’ गोयल ने कहा कि उन्होंने गैलियॉन समूह के संस्थापक राजारत्नम को 2005 से इनटेल के बारे में सूचनाएं देनी शुरू की थीं।
इस मामले में वह अपना दोष स्वीकार करने वाले वह दूसरे गवाह है। इससे पहले, सलाहकार फर्म मैकेंजी के पूर्व निदेशक अनिल कुमार ने भी अपना दोष स्वीकार कर लिया है। श्रीलंका में जन्में 53 वर्षीय राजारत्नम ने गोयल को सूचना देने के एवज में कथित तौर पर मोटी राशि दी। गोयल ने कहा कि 2005 में उन्हें घर खरीदने के लिये 100,000 डॉलर और उसके बाद 500,000 डॉलर मिले थे।
आरोप है कि राजारत्नम ने भेदिया सूचना के आधार पर 24 मार्च 2008 को क्लियर वायर कंपनी के 125,800 शेयर खरीदे थे और 4.5 करोड़ डॉलर से अधिक कमा लिए। बहरहाल, राजारत्नम के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सूचना और शोध के जरिये कारोबार किया और पैसा कमाये।
इस मामले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें से 19 ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। स्वयं को निर्दोष बताने वाले राजारत्नम को अक्तूबर 2009 में गिरफ्तार किया गया और बाद में 10 करोड़ डॉलर की जमानत पर उन्हें रिहा कर दिया गया। राजारत्नम अगर दोषी पाये जाते हैं तो उन्हें 20 साल की जेल हो सकती है।