भारत व अमेरिका समेत दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-20 के नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) को और धन दिए जाने पर विचार किया ताकि वह खासतौर पर दिवालियापन के संकट का सामना कर रहे यूरोपीय देशों के लिए अधिक ऋण सहायता दे सके।
ब्रिटेन ने वित्त मंत्री जार्ज आस्बोर्न ने गुरुवार यहां इन नेताओं की बैठक के बाद कहा कि चीन जैसे देशों ने इन प्रस्तावों में रुचि दिखाई। पर उन्होंने यह नहीं बताया कि मुद्राकोष के खजाने में इस समय और कितनी वृद्धि का प्रस्ताव है।
यह प्रस्ताव ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने आईएमएफ का पूंजी आधार बढाने के प्रस्ताव का जोरदार समर्थन किया। आसबोर्न ने संवाददाताओं से कहा कि विश्व समुदाय ने यह भी माना कि इस समय उसे दुनिया की सामान्य आर्थिक दशा पर ध्यान देने की जरूरत है और आईएमएफ के संसाधन बढ़ाने के बारे में बहस शुरू हो गई है, लेकिन अभी यह संपन्न नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वैश्विक आर्थिक संकट के बीच जी-20 के नेताओं ने मुद्राकोष के संसाधन को तीन गुना करने का निर्णय लिया था।