फरवरी में देश के निर्यात के बढ़ने की दर घटकर 4.2 फीसदी पर आ गई। यह पिछले साल की फरवरी से 4.2 फीसदी बढ़कर 24.6 अरब डॉलर हो गया। इसके विपरीत आयात में इस दौरान साल भर पहले की तुलना में 20.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और 39.7 अरब डालर हो गया। इस तरह फरवरी में व्यापार घाटा बढ़कर 15.1 अरब डॉलर हो गया।
इस आंकड़ों के जारी होने के बाद वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर ने बढ़ते व्यापार घाटे पर चिंता जताते हुए कहा है कि अक्टूबर 2011 से ही निर्यात में आयात के मुकाबले तेजी से गिरावट आ रही है। जुलाई 2011 के दौरान निर्यात में 82 फीसदी की तेजी दर्ज की गई थी। उसके बाद निर्यात में अगस्त में 44.25 फीसदी, सितंबर में 36.36 फीसदी, अक्टूबर में 10.8 फीसदी और नवंबर में 3.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
अप्रैल-फरवरी 2011-12 के दौरान निर्यात 267.4 अरब डॉलर रहा जो कि साल दर साल के हिसाब से 21.4 फीसदी अधिक है। विशेषज्ञों के मुताबिक देश का निर्यात 2011-12 में 292 से 298 अरब डॉलर रहने की उम्मीद है। पिछले 11 महीने में आयात में 29.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह 434.1 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान व्यापार घाटा 166.7 अरब डॉलर रहा। फरवरी के दौरान तेल आयात 39.4 फीसदी बढ़कर 12.65 अरब डॉलर हो गया जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष के नौ अरब डॉलर के मुकाबले अधिक है। गैर-तेल आयात 13.5 फीसदी बढ़कर 27.12 अरब डॉलर हो गया।