सऊदी अरब चाहता है कि कच्चे तेल के दाम 70 से 80 डॉलर प्रति बैरल तक ही रहें तो यह तेल उत्पादक देशों के लिए अच्छा होगा। उसका कहना है कि यदि तेल की कीमतें ऊंचाई पर रहती हैं तो इसे पश्चिम के देश ऊर्जा जरूरतों में आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करेंगे और वे इसका कोई वैकल्पिक स्रोत ढूंढ लेंगे। कच्चे तेल के दाम सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में 114.63 डॉलर प्रति बैरल रहे हैं।
सउदी अरब के शहजादा अल-वालीद बिन तलाल ने अमेरिकी समाचार चैनल, सीएनएन पर एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि तेल के दाम 70 से 80 डॉलर प्रति बैरल पर रहें। इससे न केवल पश्चिम के देशों को फायदा होगा, बल्कि हमें भी लाभ होगा।’’
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि पश्चिम के देश किसी विकल्प को ढूंढने का प्रयास करें। तेल के दाम जितने ज्यादा बढ़ेंगे, पश्चिम के देशों को वैकल्पिक स्रोत ढूंढने के लिए उतना ही अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे में 70 से 80 डॉलर प्रति बैरल का दाम उत्पादक और उपभोक्ता दोनों के लिए अच्छा है।