निर्यात में नरमी और बढ़ती महंगाई के चलते व्यापार अधिशेष में तगड़ी कमी की वजह से चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर तीसरी तिमाही में घटकर 9.1 फीसदी पर आ गई। यह 2010 की चौथी तिमाही के बाद से सबसे निचला स्तर है।
चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) ने मंगलवार को कहा कि साल की तीसरी तिमाही में चीन की जीडीपी वृद्धि दर घटकर 9.1 फीसदी पर आ गई जो दूसरी तिमाही में 9.5 फीसदी थी, जबकि पहली तिमाही में 9.7 फीसदी थी। अगस्त के बाद लगातार दूसरे महीने सितंबर में चीन का व्यापार अधिशेष साल भर पहले की तुलना में 12.4 फीसदी घटकर 14.51 अरब डालर पर आ गया। वैश्विक मांग में नरमी और घरेलू बाजार में बढ़ती उत्पादन लागत की वजह से ऐसा हुआ।
एनबीएस के प्रवक्ता शेंग लाइयुन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर में अर्थव्यवस्था 2.3 फीसदी बढ़ी है। शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, पहले नौ महीने में चीन की जीडीपी 32,070 अरब यूआन (5010 अरब डॉलर) पहुंच गई जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 9.4 फीसदी ज्यादा है।
जीडीपी वृद्धि दर में गिरावट को मामूली नरमी बताते हुए उन्होंने कहा कि देश का आर्थिक कामकाज सामान्य तौर पर अच्छा है और पहले नौ महीने में समग्र तौर पर योजना के अनुरूप है। शेंग ने दावा किया कि घरेलू और वैश्विक स्तर पर चुनौतियों व अनिश्चितताओं के बावजूद यह संभावना अधिक है कि चीन की अर्थव्यवस्था अपना स्थायित्व बनाए रखेगी और आनेवाले समय में अपेक्षाकृत तेजी से बढ़ेगी।
विश्व बैंक ने इस साल चीन की आर्थिक वृद्धि दर 9.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जबकि एशियाई विकास बैंक ने यह दर करीब 9.6 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया है।