दिमाग में शून्य या चक्कर अनंत का

असली मायने-मतलब भरोसे का होता है। टेक्निकल एनालिस्ट बाधाएं खड़ी करते हैं क्योंकि इनका काम ही यही है। इंसानों का काम है उनके प्रतिरोध व बाधाओं को तोड़ देना। निफ्टी में 5660 प्रतिरोध का बहुत ही मजबूत स्तर था और किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह स्तर टूट जाएगा और वो भी रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की त्रैमासिक समीक्षा से ठीक पहले, खासकर तब, जब बाजार कमजोरी के साथ गिरकर खुला था। लेकिन दो बजते-बजते निफ्टी ने यह स्तर तोड़ दिया और ऊपर में 5700.55 तक जा पहुंचा। बंद हुआ है 5680.30 पर।

अब 5660 प्रतिरोध का नहीं, समर्थन का स्तर बन गया है और कम से कम इस सेटलमेंट में अब बाजार के 5500 तक जाने के कोई आसार नहीं हैं। रोल्स शुरू हो चुके हैं और बाजार पहले पैरा में गिनाए गए कारणों के चलते बड़े पैमाने पर शॉर्ट चल रहा है।

ब्याज दर बढ़े या न बढ़े, एफआईआई खरीद के लिए तैयार बैठे हैं क्योंकि वे मान चुके हैं कि कल ब्याज दर बढ़ी भी तो यह आखिरी वृद्धि होगी। खुद रिजर्व बैंक इस बात का संकेत दे चुका है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि रिजर्व बैंक, हो सकता है, ब्याज दर एकदम न बढ़ाए क्योंकि सरकार चाहती है कि सार्वजनिक क्षेत्र की कई अहम कंपनियों के एफपीओ से पहले बाजार में काफी सुधार आ जाए। इसी को प्रोत्साहित करने के लिए मल्टी ब्रांड रिटेल में एफडीआई की सिफारिश आ चुकी है। ऐसे कई कदम मानसून सत्र में घोषित हो सकते हैं।

एस कुमार्स नेशनवाइड बार-बार रीड एंड टेलर का आईपीओ बाजार के हालात अच्छे न होने के आधार पर टालती रही है। लेकिन रिटेल में एफडीआई की इजाजत मिलने के साथ उसने आईपीओ लाने की मुहिम तेज कर दी है। इससे यह शेयर काफी सक्रिय हो गया है। आज इसमें भारी खरीद देखी गई और यह 3.04 फीसदी बढ़कर 57.70 रुपए पर पहुंच गया। बहुत जल्द ही यह 70 से 75 रुपए तक जा सकता है। यह भी चर्चा है कि 2012 में सब्सिडी का बोझ बजट में निर्धारित रकम से 33 फीसदी ज्यादा रहेगा। इससे गैल इंडिया, ओएनजीसी और अन्य प्रमुख तेल कंपनियों को फायदा पहुंचेगा।

हमेशा की तरह, सेटलमेंट का अंत आते-आते एक बार फिर अफवाहें उड़ाई जा रही हैं कि निफ्टी अगले सेटलमेंट में 500 अंक गिर जाएगा। इसका मकसद मंदड़ियों को इस बात के लिए उकसाना है कि वे अपनी शॉर्ट पोजिशन कवर न करें। ऐसे में केवल वही लोग, जो वाकई बहुत तेज हैं, अंकों से खेलते हैं और घाटा खाने का बड़ा कलेजा रखते हैं, वे ही अपनी पोजिशन काटेंगे। जबकि अधिकांश ट्रेडर स्टॉप लॉस का तरीका नहीं अपना सकते क्योंकि स्टॉप लॉस ही उनको बहुत नुकसान करा जाएगा।

सभी की आंखें कल रिजर्व बैंक द्वारा किए जानेवाले फैसले पर लगी हैं। 11 बजे इसकी घोषणा होगी। इससे पहले तेजड़िए खुला खेल दिखा सकते हैं। वे निफ्टी को 5800 की तरफ कहीं भी धकेलकर ले जा सकते हैं क्योंकि मंदड़ियों के पास 5730 के ऊपर किए गए शॉर्ट सौदों को कवर करने के अलावा कोई चारा नहीं है। ध्यान रखें कि तेजड़ियों के दिमाग में हमेशा शून्य की संख्या नाचती है, जबकि मंदड़िए अनंत के चक्कर के पड़े रहते हैं। यह सोच बाजार के बढ़ने पर उनकी नींद हराम कर देती है। आप मुझे धुर तेजड़िया कहते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि तेजी के बाजार में मैं वाकई मंदड़िया बनने से डरता हूं क्योंकि मेरा मानना है कि तेजी के बाजार में हर डुबकी पर खरीदना ही सही रणनीति है।

प्यार की कमी नहीं, बल्कि दोस्ती की कमी शादीशुदा जीवन में कड़वाहट की मुख्य वजह है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का फीस-वाला कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)

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