बीत गया सितंबर महीना। ऐतिहासिक रूप से मंदड़ियों की मौज का वो महीना, जब उन्होंने जमकर नोट बनाए। इस दौरान निफ्टी सुधरकर 5170 तक गया तो धड़ाम से गिर भी गया। फिर वापस 5030 तक चला गया। इसका मतलब कि जिसने भी गिरने पर खरीदने की रणनीति अपनाई होगी, अंत में वह फायदे में रहा होगा। निफ्टी में इस बार रोलओवर पिछले महीने के 72 फीसदी की तुलना में 61 फीसदी रहा है जो साफ दर्शाता है कि मंदड़ियों ने अभी तक हथियार नहीं डाले हैं और वे बाजार को तोड़ने की हरचंद कोशिश करते रहेंगे। यह आज बाजार के कमजोरी के साथ खुलने में नजर भी आया। हालांकि मंदड़ियों को इस बार अंत में थोड़ी कीमत चुकानी पड़ी है क्योंकि जहां वे 4880 की आस लगाए बैठे, वही निफ्टी कल सेटलमेंट की समाप्ति पर 5015 तक पहुंच गया।
आज निफ्टी दिन में थोड़ी देर के लिए 5025.55 तक जाने के बाद 1.44 फीसदी की गिरावट के साथ 4943.25 पर बंद हुआ। बाजार में अभी 4900 व 4800 पर पुट ऑप्शन हुए पड़े हैं, वहीं कुछ कॉल ऑप्शन 5300 पर भी हो रखे हैं। मेरे लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि अक्टूबर का रुझान क्या है। मंदड़ियों के खेमे के मेरे एक दोस्त ने आज सुबह मुझे फोन किया और दावा किया कि इसी महीने निफ्टी 3700 तक पहुंच जाएगा। यह सुनकर मैं तो वाकई हैरत में पड़ गया क्योंकि यह मेरे लिए एकदम नया लक्ष्य है। अभी तक तो मैं 4600, 4300 या बद से बदतर सूरत में 3800 तक जाने की बात ही सुनता आया था।
वैसे, रोलओवर के आंकड़ों को मिला दें तो यह सचमुच बड़ी दिलचस्प स्थिति है। मैं तो अचंभा कर रहा हूं कि मंदडियों को आखिर दुनिया में छुट्टियां मनाने की कौन-सी जगह मिल गई है क्योंकि यूरोप व अमेरिका तो अब और ज्यादा रिस्की हो गए हैं। मुझे लगता है कि उनके लिए ईरान व अफगानिस्तान सबसे सही जगह हैं जहां वे शॉर्ट सौदों से की गई कमाई पर गुलछर्रे उड़ा सकते हैं।
खैर, यह उनका मसला और उनकी राय है। हालांकि उनके इस धमकी भरे अंदाज का मैं स्वागत करता हूं क्योंकि पर्याप्त शॉर्ट सेलिंग के बगैर बाजार उठ नहीं सकता। वीआईपी इंडस्ट्रीज इसका जीता-जागता उदाहरण है। ट्रेडर इसमें जब भी शॉर्ट कर रहे हैं, ऑपरेटर जबरदस्ती इसे उठा दे रहा है। मुझे तो लगता है कि एक दिन वह ऑपरेटर ही कहीं इस कंपनी का मालिक न बन जाए। वीआईपी के बारे में मेरा मानना है कि यह स्टॉक अब किसी काम का नहीं रह गया है और जिनके पास भी ये है, उन्हें इसे बेचकर सिम्फनी पकड़ लेना चाहिए जिसमें सुरक्षित लक्ष्य 3500 से 5000 रुपए का है। सिम्फनी अभी 1285 रुपए के आसपास है। सिम्फनी के कूलर तो अफगानिस्तान और ईरान में भी काम आएंगे। लेकिन वीआईपी का सॉफ्ट लगेज वहां काम नहीं आएगा क्योंकि बड़ी पथरीली राहें हैं वहां की।
बॉम्बे डाईंग सितंबर में तेजी से उठा है और अक्टूबर में अपनी दौड़ जारी रखेगा। कंपनी को दादर में अपनी 80 लाख वर्गफुट जमीन में से 10 लाख वर्गफुट को विकसित करने की इजाजत मिल गई है। ऐसा होना ही था। सेंचुरी टेक्सटाइल्स भी जल्दी ही अपना कागज कारोबार बेचने जा रही है जिससे इसके शेयर का मूल्य 400 रुपए तक चला जाएगा। उसके बाद इसमें टेक्निकल वाले इसमें खरीद का सलाह लेकर आने लगेंगे। समझदार लोग इस मौके को अभी से पकड़ सकते हैं।
जेट एयरवेज अक्टूबर के लिए एक और शानदार स्टॉक है। इसकी तीन वजहें हैं – पेट्रोलियम तेल की कीमतों का गिरना, सीटों का ज्यादा भरना और सिविल एविएशन में सीधे विदेशी एयरलाइंस को निवेश की इजाजत मिलने के आसार। अभी तक सिविल एविएशन में 49 फीसदी एफडीआई की इजाजत है, जबकि एनआरआई 100 फीसदी निवेश कर सकते हैं। लेकिन विदेशी एयरलाइंस कतई निवेश नहीं कर सकतीं। यह शेयर 500 रुपए से गिरते-गिरते 240 रुपए पर आ चुका है। अब यह विशुद्ध रूप में मूल्यवान सौदा बन गया है।
अक्टूबर के लिए लार्सन एंड टुब्रो के साथ-साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) मेरा पसंदीदा स्टॉक है। लार्सन को तो फिजिकल सेटलमेंट न होने की मार सहनी पडी है। निफ्टी को लेकर मुझे उम्मीद है कि वो अक्टूबर में 5300 के पार चला जाएगा। ऐसा होता है या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा। फिलहाल मैं अपने खांटी तेजड़िया होने की स्थिति पर पूरी तरह डटा हुआ हूं।
अपने सिद्धांतों के लिए लड़ जाना आसान है बनिस्बत खुद अपनी जिंदगी में उन पर खरा उतरने के।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का पेड-कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)