बाजार में जबरदस्त चर्चा है कि मंदड़ियों ने कई दिग्गज स्टॉक्स को धूल चटाने की ठान ली है। उनके नए लक्ष्य जानकर आपका माथा चकरा जाएगा। वे इनफोसिस को 699 रुपए, रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) को 599 रुपए और एसबीआई को 899 रुपए पर पहुंचाने की ठान चुके हैं। जबकि इनफोसिस अभी 1755 रुपए, आरआईएल 745 रुपए और एसबीआई 1790 रुपए के आसपास चल रहा है। इससे आप मंदड़ियों का मंसूबा भांप सकते हैं।
इसे भांपकर बहुत से खांटी निवेशक तक इतने विचलित हो गए हैं कि तमाम ब्लूचिप स्टॉक्स में डिलीवरी से तौबा करने लगे हैं और ट्रेडिंग से कमाई करने की जुगत में लग गए हैं। लेकिन इतिहास गवाह है कि इससे कमाई तो होती नहीं, ऊपर से जो हाथ से निकल गया, वो फिर कभी वापस नहीं आता। वैसे, आज बाजार बंद होते-होते तेजी से उठ गया। निफ्टी 0.76 फीसदी बढ़कर 4800.60 और सेंसेक्स 0.83 फीसदी बढ़कर 16002.51 पर बंद हुआ।
यह सच है कि इस वक्त कुछ भी सकारात्मक नहीं है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) बढ़ने के बजाय 5.1 फीसदी घट गया है जो अपने आप में रिजर्व बैंक के कर्मों का फल है। ब्याज दरों का न बढ़ना तय है। लेकिन रिजर्व बैंक अगर ब्याज दरों में कटौती नहीं करता तो यह दोहरी मार झेल रहे कॉरपोरेट क्षेत्र के लिए मौत का परवाना बन जाएगा। एक तरफ कंपनियों का विकास थम गया है, दूसरी तरफ कमजोर होता रुपया उन्हें निचोड़े जा रहा है।
तीसरी तिमाही के नतीजे भी बहुत ही बुरे होंगे क्योंकि बहुत-सी कंपनियों ने घाटे को तीसरी तिमाही के खाते में डाल दिया है। कोढ़ में खाज यह कि रुपए में अब गिरावट का नया दौर शुरू हो गया है।नरुपए पर हो रहा हमला और उसमें आती तीखी गिरावट साफ-साफ दर्शाती है कि भारत में मुद्रा का प्रबंधन पूरी तरह नाकाम हो चुका है। किसी न किसी को इसकी जिम्मेदारी लेनी ही पड़ेगी।
ट्रेडर रुपए का रुझान देखकर और ज्यादा शॉर्ट हो गए हैं। लेकिन मुझे लगता है कि आगे वे निश्चित रूप से फंसने जा रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं कि मंदड़ियों में चुनिंदा स्टॉक्स में जो नए लक्ष्य बनाए हैं, वे क्या और कितने भयंकर हैं …
स्टॉक | मौजूदा बाजार भाव (रुपए) | मंदड़ियों का लक्ष्य (रुपए) |
इनफोसिस | 2755 | 699 |
आरआईएल | 754 | 599 |
एसबीआई | 1790 | 899 |
आईसीआईसीआई बैंक | 705 | 399 |
भारती एयरटेल | 350 | 199 |
सेचुरी टेक्सटाइल्स | 261 | 199 |
एलआईसी हाउसिंग | 220 | 99 |
बीपीसीएल | 545 | 299 |
हिंडाल्को | 130 | 99 |
इन सारे भावों की चर्चा जमकर हर तरफ फैलाई जा रही है। इससे कम से मुझे बड़ा सुकून मिल रहा है कि हम एकदम तलहटी के करीब पहुंच चुके हैं। हर बार निफ्टी के 4700 और 4800 पर पहुंचने पर भारी खरीद देखी जा रही है। हम अपने सभी निवेशकों को मजबूत सलाह देते हैं कि वे इन स्तरों पर खरीद करें। यहां से महज शॉर्ट कवरिंग के दम पर कम से कम 10-15 फीसदी बढ़त की उम्मीद है। तब वे चाहें तो निकल सकते हैं।
हम आईएफसीआई में खासतौर पर मजबूती से खरीद की सिफारिश करते हैं। इसकी बुक वैल्यू 50 रुपए है। इसने दस रुपए के शेयर पर 1.50 रुपए का लाभांश दिया है। इसकी लाभांश यील्ड 6.81 फीसदी है जो दुनिया में इस समय चल रही ब्याज दरों की अपेक्षा बहुत ज्यादा है। आईएफसीआई में अंदर-अंदर कुछ पक रहा है जो इसे बहुत तेजी से 30 रुपए तक ले जा सकता है। यह स्टॉक शॉर्ट करनेवालों के भी रडार पर है। इसलिए बाजार के पलटने पर इसमें अच्छी-खासी बढ़त की संभावना है।
अगर आप किसी चीज को आंक नहीं सकते तो आप उसे संभाल भी नहीं पाएंगे। जिन चीजों को आप आंक लेते हैं, उन्हें आप चाहें तो सुधार भी सकते हैं।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)
Please make a thorough home work before releasing mails as IFCI has declared a div of Rs 1 /- Only NOT Rs 1.50 as mentioned by you .
Please get this abbreation corrected.
Why u are always so bullish in market?