वैश्विक मंदी के बादल छंटने के बाद भारत में आईटी क्रांति नये सिरे से जोर पकड़ रही है। लोगबाग अब डेस्कटॉप कंप्यूटर की बजाय लैपटॉप व टैबलेट कंप्यूटर जैसे उत्पादों पर ध्यान दे रहे हैं, जिन्हें आवश्यकता अनुसार कहीं भी इस्तेमाल किया जा सके।
बाजार विशेषज्ञ कहते हैं कि नए साल में कंप्यूटर की दुनिया में नोटबुक, टैबलेट और ई-रीडर जैसे उत्पादों का बोलबाला रहने का अनुमान है। इसी तरह कीबोर्ड तथा माउस जैसे उपकरण भी धीरे-धीरे गायब होंगे जबकि कीमतों में भी अच्छी-खासी कमी आने की संभावना है।
आईटी बाजार पर अनुसंधान करने वाली वैश्विक फर्म आईडीसी इंडिया के एक अनुमान के अनुसार कैलेंडर वर्ष 2010 में पर्सनल कंप्यूटरों की ब्रिकी 31 फीसदी बढ़कर एक करोड़ इकाई होने का अनुमान है और इसमें बड़ा हिस्सा पोर्टेबल पीसी यानी लैपटॉप नुमा उपकरणों का रहेगा। आलोच्य वर्ष में इनकी ब्रिकी 60 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। आईडीसी के मुताबिक भारत में कैलेंडर वर्ष 2010 में नोटबुक पीसी की ब्रिकी 56 फीसदी और 2011 में 42 फीसदी बढ़ेगी।
पोर्टेबल कंप्यूटरों की दुनिया में लैपटॉप के बाद नोटबुक, टैबलेट आदि उत्पाद इस साल आए। अमेरिकी कंपनी व्यूसोनिक ने हाल ही में एक कदम आगे बढाते हुए व्यूपैड टैबलेट पेश किया था। यह 375 ग्राम वजन का एक मल्टीटच उत्पाद है जिससे कंप्यूटिंग व गेमिंग के साथ साथ फोन की सुविधा भी है। यानी, बिना कीबोर्ड और माउस का बहुद्देश्यीय कंप्यूटर जो आनेवाले समय में बड़ा उत्पाद होगा।