हीरो होंडा की तेजी है शुद्ध सट्टेबाजी

उम्मीद के मुताबिक एक और उतार-चढ़ाव से भरा दिन। सेंसेक्स बंद तो हुआ 24 अंक बढ़कर, लेकिन दिन भर में इसने 295 अंकों की पेंग भरी। वैसे, आज के स्टार परफॉर्मर रहे – हीरो होंडा और इस्पात इंडस्ट्रीज। इन दोनों की शिनाख्त में हम सबसे आगे रहे हैं। इस्पात ने कहानी को मुकाम पर पहुंचाने में पूरे बारह महीने लगा दिए। लेकिन हम खुश हैं क्योंकि इस स्टॉक ने 30 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है जबकि इसी दौरान दूसरे स्टॉक्स का रिटर्न ऋणात्मक रहा है। हीरो होंडा ने तो हमेशा हमें उपकृत किया है। पहले हमने 1930 रुपए पर इसमें बेचने की कॉल दी तो यह 1570 रुपए तक गिर गया। फिर हमने इसमें खरीद की कॉल दी तो यह बढ़कर 2000 रुपए के एकदम करीब जा पहुंचा।

हम इस स्टॉक में अब फिर से मंदी की धारणा रखते हैं। इसकी सीधी-सरल वजह यह है कि कंपनी में मुंजाल परिवार द्वारा होंडा की 26 फीसदी इक्विटी खरीदने की घोषणा तो हो गई है, लेकिन पूरी डील का ब्यौरा अभी सामने आना बाकी है। अब आम धारणा इसमें ज्यादातर एनालिस्टों की राय के अनुरूप अंडर-परफॉर्म करने की रहेगी। हीरो होंडा आज आज 17.99 फीसदी बढ़कर 1981.20 रुपए पर बंद हुआ। लेकिन यह तेजी शुद्ध रूप से सट्टेबाजी का नतीजा थी ताकि शॉर्ट सेलर अपने सौदे काट सकें। इसका प्रमाण है कि बीएसई के कैश बाजार में हुए इसके कुल 15.08 लाख शेयरों के सौदों में से केवल 9.34 फीसदी डिलीवरी के लिए थे। एनएसई में भी 61.57 शेयरों के सौदों में से 21.71 फीसदी ही डिलीवरी के लिए थे।

इस्पात हमारी एक अच्छी खोज रही और अधिग्रहण के बाद भी इसमें भरपूर सक्रियता बनी रहेगी। हालांकि इसका शेयर 26 रुपए तक ऊंचा चला गया है जो अधिग्रहण के संभावित मूल्य 27 रुपए के काफी करीब है, इसलिए अब इसमें ज्यादा बढ़त की गुंजाइश नहीं है। रिटेल निवेशकों को इसे बेचकर निकल जाना चाहिए और इसे अब बड़े खिलाड़ियों के लिए छोड़ देना चाहिए। वैसे, इस्पात के कर्ज के इक्विटी में बदलने से आईडीबीआई बैंक को काफी फायदा हो सकता था।

मुझे पूरा यकीन है कि बाजार अगले दो महीनों में नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगा और इसके साथ सभी स्टॉक्स भी बढ़ेंगे। टाटा स्टील इसमें सबसे खास चमक दिखाएगा। फिर भी बाजार में निवेशकों और पंटरों का जिंदगी सामान्य पटरी पर तभी आएगी, जब सेंसेक्स फिर से 21,000 को पार कर जाएगा। तब तक वही पुराना राग अलापा जाता रहेगा कि हर बढ़त पर बेचकर निकल लो।

घरेलू खपत पर आधारित मिड कैप कंपनियों के स्टॉक साल 2011 में शानदार तेजी दिखाएंगे। इस मायने में हमारे तीन खास-म-खास चुनिंदा शेयर हैं – विमप्लास्ट, गिलैंडर और कैम्फर एंड एलायड प्रोडक्ट्स। ये तीनों नए साल में वीआईपी की कामयाबी दोहरा सकते हैं। इसमें से कैम्फर एंड एलायड प्रोडक्ट्स ने वडोदरा में विस्तार के लिए 100 करोड़ रुपए के ऋण का बंदोबस्त कर लिया है और ये कंपनी बहुत जल्द ही सौ फीसदी निर्यातोन्मुख कंपनी केमरॉक इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट्स लिमिटेड की श्रेणी में शामिल होने जा रही है।

अगर मैं सिर्फ दया दिखाऊं तो यह मेरी निर्ममता होगी क्योंकि ऐसी ही ढिलाई से बुराई की ढलान शुरू होती है जो गिरते-गिरते विनाश के गर्त तक पहुंचा देती है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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