टेक्निकल विश्लेषण कहता है कि रामा फॉस्फेट्स (बीएसई कोड – 524037) में मध्यम अवधि में बुलिश ट्रेंड है, अपसाइड ब्रेकआउट है और यह शेयर 47.40 रुपए के कल के बंद भाव से बढ़कर 55-56.75 रुपए तक जाएगा। ये तो टेक्निकल वाले ही जानें कि दशमलव के दो अंकों तक की इतनी सटीक भविष्यवाणी वे कैसे कर पाते हैं, हम तो यह देख रहे हैं कि इस स्टॉक में कल सुबह-सुबह बीएसई में 1,43,003 शेयरों की खरीद का सौदा 47.40 रुपए के भाव पर डाला गया। इसमें से 1,02,228 शेयर खरीदे जा सके और ये सभी डिलीवरी के लिए थे। चूंकि यह पिछले बंद भाव 45.15 से 5 फीसदी ज्यादा था, इसलिए फौरन इस पर सर्किट ब्रेकर लग गया। पिछले हफ्ते शुक्रवार, 13 अगस्त को भी ऐसा ही हुआ और 1.04 लाख शेयरों के एक सौदे में इस पर सर्किट ब्रेकर लग गया था।
आज भी इसमें ऐसा ही होने के आसार हैं। कोई है जो इसे भारी मात्रा में इकट्ठा कर लेना चाहता है। कंपनी के कुल जारी शेयरों की संख्या 55.57 लाख है। इसमें से दो दिन में 2.06 लाख शेयर खरीदना मायने रखता है। इस खरीद की कुछ तार्किक वजहें भी हैं। पिछले हफ्ते 13 अगस्त को घोषित नतीजों के मुताबिक जून 2010 की तिमाही में कंपनी ने 116.78 करोड़ रुपए की आय पर 14.43 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है, जबकि साल भर पहले जून 2009 की तिमाही में उसने 1.75 करोड़ रुपए का घाटा उठाया था। इस तिमाही से पहले की स्थिति के मुताबिक उसकी प्रति शेयर बुक वैल्यू ऋणात्मक में 15.22 रुपए है।
जाहिर है कि कंपनी बड़ी भंवर से निजात पाकर बाहर आ रही है। वैसे, इसका टीटीएम (पिछले बारह महीनों का) ईपीएस 35.56 रुपए है। इस तरह उसका शेयर महज 1.33 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है, जबकि उद्योग की अन्य कंपनियों का पी/ई अनुपात ज्यादा चल रहा है। इस आधार में रामा फॉस्फेट्स में बढ़त की गुंजाइश नजर आती है।
रामा फॉस्फेट्स 25 साल पुरानी कंपनी है। इसकी फैक्ट्रियां इंदौर, पुणे और उदयपुर में है। यह फॉस्फेटिक उर्वरक (सिंगल सुपर फॉस्फेट व एनपीके) के अलावा सल्फ्यूरिक एसिड और खाद्य तेल भी बनाती है। सल्फ्यूरिक एसिड की लगभग सारी खपत वह खुद करती है। खाद्य तेल वह सफ्ला ब्रांड नाम से बेचती है। बाकी अन्य उत्पादों के लिए उसके ब्रांड है गिरनार और सूर्यफूल। कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक डी जे रामसिंघनी हैं। कंपनी की 5.58 करोड़ रुपए की इक्विटी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 40.98 फीसदी है और घरेलू निवेशक संस्थाओं के पास उसके 8.58 फीसदी शेयर हैं।
अंत में बस इतना कि सूर्या रोशनी में कुछ अच्छी खबरें आने की चर्चा है। वैसे, 21 जून को जब हमने पहली बार इसकी चर्चा की थी तब इसका भाव चल रहा था 85.15 रुपए। शुक्रवार 13 अगस्त को इसने 106.40 रुपए पर 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर हासिल किया है और कल सोमवार को 101.70 रुपए पर बंद हुआ है। दो महीने से भी कम वक्त में 20 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मायने रखता है।