यूं तो बाजार में हर दिन सैकड़ों शेयर बढ़ते हैं। जैसे, बुधवार को एनएसई में ट्रेड हुए 1179 शेयरों में से 724 के भाव बढ़े हैं, जबकि बीएसई में ट्रेड हुए 2897 शेयरों में से 1481 शेयरों ने बढ़त हासिल की है। कोई भी सांख्यिकी या गणित का सामान्य विद्यार्थी बता सकता है कि इनमें से बढ़ने की संभावना वाले दो-चार शेयरों पर सही तीर लग जाने की प्रायिकता कितनी ज्यादा है। जैसे, हम कह सकते हैं कि कल हमने इप्का लैब्स का नाम लिया और वह 2.53 फीसदी बढ़कर बंद हुआ। लेकिन मसला यह नहीं है कि आपका तीर किसी दिन सही ठिकाने पर लगा कि नहीं, बल्कि यह है कि आपने मजबूत संभावनामय कंपनियों में निवेश किया है कि नहीं।
जो भी लोग लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए तो मुझे सूरदास के मशहूर पद की यही लाइनें याद आती हैं कि “सूरदास, प्रभु कामधेनु तजि, छेरी कौन दुहावै।” वाकई शेयर बाजार में बहुत-सी कंपनियां हैं जो कामधेनु की तरह समृद्धि की वाहक बन सकती हैं। इनमें सबसे प्रमुख हैं सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां। अगले पांच साल में 35 नई सरकारी कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होनेवाली हैं। इस समय 45 सार्वजनिक उद्यम, 26 सरकारी बैंक और छह राज्य सरकारों के उद्यम शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं। इनकी प्रवर्तक सरकार है। इसलिए इनके उड़न-छू हो जाने की गुंजाइश न के बराबर है। दूसरे, लगभग सारी कंपनियां लंबा-चौड़ा कारोबार करती हैं। उनका आधार काफी व्यापक है। ऐसे में अगर इनके शेयर कम दाम पर मिलें तो उन्हें जरूर खरीद लेना चाहिए। यकीन मानिए, पांच-साल में ये आपकी पूंजी को आराम से दोगुना-तीन गुना कर सकती हैं।
आज ऐसी ही एक कंपनी का जिक्र करना चाहूंगा। सतलज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएन)। इसका आईपीओ हाल ही में आया था तो आप इसके बारे में काफी कुछ जानते ही होंगे। यह भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश की सरकार का संयुक्त उद्यम है। जल विद्युत बनानेवाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है। वित्त वर्ष 2009-10 में इसने 1552.74 करोड़ रुपए की आय पर 209.19 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है। कंपनी की प्रति शेयर बुक वैल्यू 14.76 रुपए है। आईपीओ में शेयर 26 रुपए पर जारी किए गए थे। यह 20 मई को ही शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है। फिलहाल इश्यू मूल्य से नीचे 24 रुपए के आसपास चल रहा है। कंपनी बीएसई व एनएसई दोनों में लिस्टेड है।
कल बीएसई में इसके 57.40 लाख शेयरों का रिकॉर्ड कारोबार हुआ और यह सबसे सक्रिय शेयरों में शुमार रहा। इसमें 89.29 फीसदी सौदे डिलीवरी के लिए थे। इससे पहले 4 जून को एनएसई में इसके 27.86 लाख शेयरों का रिकॉर्ड कारोबार हुआ था जिसमें से 94.25 फीसदी सौदे डिलीवरी के लिए थे। स्पष्ट है कि कुछ निवेशक इसे बटोरने में लग गए हैं। ऐसे में अगर आपको आईपीओ में शेयर मिले भी हों, तब भी इसके और शेयर खरीद लेने चाहिए। यह लंबे समय में यकीनन लाभ का सौदा साबित होगा।
बाकी बाजार का हाल यह है कि जानकार सेंचुरी और टाटा स्टील को खरीदने की सलाह दे रहे हैं। सेंचुरी टेक्सटाइल 442 पर है, जिसके जल्दी ही 500 के ऊपर जाने की संभावना है। टाटा स्टील घटते-घटते 462 पर आ गया है। दो महीने में इसके 600 रुपए तक जाने का आकलन है। इसलिए निजी क्षेत्र के इन दोनों शेयरों को भी बटोर कर रख लेना चाहिए।