इस सेटलमेंट में अब केवल एक दिन बचा है। लेकिन बाजार में और बढ़त आ सकती है केवल इसलिए कि अभी सौदों की स्थिति बहुत ही ज्यादा ओवरसोल्ड वाली है। कल का डर आपकी सोच के दरवाजे बंद कर देता है और आप एक अच्छा मौका गंवा देते हैं। वोलैटिलिटी सूचकांक, इंडिया वीआईएक्स का 20 फीसदी के सामान्य स्तर से एकबारगी 46 फीसदी पर पहुंच जाना ही दिखाता है कि बाजार पर किस हद तक डर छाया हुआ है।
आज मुझे बहुत ज्यादा नहीं कहना है बस इस अनुमान के सिवाय कि अगले छह महीने में बीएसई सेंसेक्स 20,000 के स्तर पर होगा और अगर आप अभी चूक गए तो उस वक्त अपनी किस्मत को कोस रहे होंगे। कृपया ध्यान दें, मैं वीआईपी इंडस्ट्रीज को 34 रुपए पर तब खरीदने की सलाह दे रहा था, जब उसे कोई पूछनेवाला नहीं था। दरअसल, जिन चंद लोगों ने इसे 34 रुपए पर खरीद लिया और 48 से 53 पर बेच दिया, वे भी इसके 300 रुपए पर पहुंचने पर मूकदर्शक बने रह गए। ऐसा राठी बार्स, शिवालिक बाईमेटल, एसएनएल बियरिंग वगैरह के साथ भी होना है क्योंकि इनके सितारे चमकनेवाले हैं। जो कठिन दौर में खरीदते हैं, वही सही वक्त आने पर भरपूर मुनाफा पाने के हकदार होते है।
मैं तो केवल एक बात जानता हूं और उसे आपके सामने साबित करने की जरूरत भी नहीं है। वह यह कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 10 फीसदी होगी। इसका राजकोषीय घाटा कम होकर जीडीपी के 3 फीसदी पर आ जाएगा। मुद्रास्फीति की दर 5 फीसदी तक नीचे आ जाएगी। हमारा शेयर बाजार (बीएसई सेसेक्स) 16,000 अंक से नीचे कभी नहीं जाएगा। यह 20,000 अंक तक स्थाई गति से बढ़ेगा और फिर 25,000 पर पहुंचकर नए ज़ोन में चला जाएगा। न तो यूरोप और न ही अमेरिका भारत की इस अग्रगति को रोक सकेंगे। भगवान उन लोगों को सद्बुद्धि दे जो सोच रहे हैं कि दुनिया डूब रही है। सत्यमेव जयते।
मन शांत रखने का सबसे आसान तरीका है कि कुछ सोचना ही बंद कर दो। गोस्वामी तुलसीदास भी कह चुके हैं कि सब ते भले वे मूढ़, जिन्हैं न ब्यापै जगत गति।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है । लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)