माइक्रो-ब्लॉगिंग की साइट ट्विटर ने इंटरनेट सिक्यूरिटी फर्म डैजिएंट को खरीद लिया है। लेकिन अभी तक यह खुलासा नहीं हुआ है कि यह सौदा कितने में हुआ है। डैजिएंट का गठन 2008 में किया गया था और वह मैलवेयर से लेकर ऑनलाइन सुरक्षा में सेंध लगानेवाली समस्याओं को सुलझाने का काम करती है।
ट्विटर के बारे में आप जानते ही हैं। 2006 में बनी यह कंपनी अपने 140 कैरेक्टर के संक्षिप्त संदेशों के दम पर इतनी मशहूर हो गई है कि दुनिया के कोने-कोने में इसके यूज़र हैं। इस समय दुनिया में उसके 10 करोड़ से ज्यादा सक्रिय यूज़र हैं।
डैजिएंट के सह-संस्थापक व मुख्य टेक्नोलॉजी अफसर नील दासवानी ने सोमवार को अपनी एक ब्लॉग-पोस्ट में लिखा, “डैजिएंट की टीम यह घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित है कि हमें ट्विटर ने खरीद लिया है। यह अधिग्रहण तत्काल प्रभावी हो गया है।” हालांकि दासवानी ने यह नहीं बताया कि यह करार कितने डॉलर में हुआ है।
बता दें कि डैजिएंट ने 2009 में अपना वेब एंटी-मैलवेयर प्लेटफॉर्म शुरू किया। यह यूआरएल व वेबसाइट को स्कैन करके पता लगा लेता है कि उसमें नुकसान पहुंचानेवाला कंटेंट है कि नहीं। 2010 में कंपनी ने विज्ञापन नेटवर्कों व प्रकाशकों को ध्यान में रखते हुए पहली ‘एंटी-मैलवर्टाइजिंग’ सेवा शुरू की।
ट्विटर में विलय के बाद डैजिएंट अपना धंधा समेट लेगी और नए ग्राहकों को नहीं स्वीकार कर पाएगी। गौरतलब है कि बीते साल दिसंबर में ही ट्विटर में सऊदी प्रिंस अलवलीद बिन तलाल और उनकी निवेश फर्म किंगडम होल्डिंग कंपनी (केएचसी) ने 30 करोड़ डॉलर का निवेश किया है।