आज लिखने को बहुत कुछ नहीं है। बाजार में बढ़त दर्ज की गई है। लेकिन सब लस्मट-पस्टम ही था क्योंकि रोलओवर चल रहा है। मेटल क्षेत्र के शेयरों के अलावा बाकी कहीं कोई चमक नहीं दिखी। मेटल शेयरों में शुक्रवार को करेक्शन आ चुका था, इसलिए आज रोलओवर के दौरान उनमें सुधार का सिलसिला चला। हालांकि बी ग्रुप के शेयरों में सक्रियता साफ नजर आई। जेवीएल, एनकेआई, एडसर्व, हरियाणा शिप ब्रेक, केईडब्ल्यू, वारेन टी, एलनेट, पीबीएम पॉलिटेक्स और ओम मेटल में अच्छी चाल दिखी। इनमें से चार स्टॉक हम अपनी रिसर्च के आधार पर पहले ही सामने ला चुके हैं।
मुझे नहीं लगता कि अगर तीन दिनों में बाजार में कोई बड़ी हलचल होनेवाली है। हालांकि रुझान ऊपर का ही रहेगा। जिन शेयरों में आज करेक्शन हुआ है या कमी आई है, वे कल के लिए निवेश का अवसर पेश कर रहे हैं। जैसे, एचडीआईएल का शेयर एकदम दुरुस्त है। इसमें रोलओवर के कारण करेक्शन आया है। यह उसी तरह बढ़ेगा, जैसे टाटा स्टील और स्टरलाइट बढ़ चुके हैं। एनएसई निफ्टी इसी सेटलमेंट के दौरान 5400 का स्तर पार कर सकता है क्योंकि अब भी अच्छी-खासी शॉर्ट पोजीशन बाकी बची पड़ी हैं। यानी, कम भाव पर किए गए बिक्री के सौदों को पूरा करने के लिए खरीद की जानी अभी बाकी है। संस्थागत डीलर लंबे रोलओवर की तलाश में हैं। लेकिन ऐसा हो पाना काफी मुश्किल है।
बाकी समय तो मैं यही सोचने-समझने की कोशिश करता रहूंगा कि सचिन तेंदुलकर पोलार्ड को पांचवें नंबर पर बैटिंग के लिए क्यों नहीं लाए?
किसने क्या पाया है, इसके लिए कभी उसको सम्मानित नहीं किया जाता। उसका सम्मान तो इस बात पर होता है कि उसने औरों को, समाज को क्या दिया।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है । लेकिन फालतू के वैधानिक लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)